सीतापुर: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान सोमवार को सीतापुर पहुंचीं और उन्होंने विकास भवन में अधिकारियों के साथ गहन बैठक की. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को सुनना, उनका निराकरण सुनिश्चित करना और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना.
डॉ. बबीता सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि महिलाओं की शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जाना चाहिए और उनकी सुरक्षा तथा सुविधा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर मामले में पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई हो.
महिला सशक्तिकरण और मिशन शक्ति पर विशेष चर्चा
बैठक में महिला सशक्तिकरण और मिशन शक्ति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा कि समाज में महिलाओं को समान अधिकार और सुरक्षा मिलना बहुत जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. इस दौरान अधिकारियों को नए कार्यक्रमों, योजनाओं और जनसुनवाई प्रक्रियाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश भी दिए गए.
बैठक में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी
बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित अधिकारी थे:
- प्रोबेशन अधिकारी: प्रिया पटेल
- एडीएम: नीतीश कुमार
- सीओ सदर: नेहा त्रिपाठी
- पुलिस विभाग के अधिकारी
- अन्य प्रशासनिक अधिकारी
डॉ. बबीता सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ मिलकर महिलाओं की शिकायतों का रिकॉर्ड तैयार करने, कार्रवाई की समय सीमा तय करने और हर मामले की निगरानी रखने के लिए भी बैठक में निर्देश दिए.
जनसुनवाई और प्रशासनिक दिशा-निर्देश
बैठक के दौरान पीड़ित महिलाओं की जनसुनवाई भी की गई. प्रत्येक महिला ने अपनी समस्याएं सामने रखीं, जिनमें घरेलू हिंसा, मानसिक उत्पीड़न, सुरक्षा और अन्य सामाजिक मुद्दे शामिल थे. डॉ. बबीता सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर शिकायत का निराकरण समयबद्ध तरीके से हो और महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी सुनिश्चित की जाए.
उन्होंने जोर देकर कहा कि मिशन शक्ति और महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम केवल कागज पर नहीं, बल्कि हर जिले में प्रभावी रूप से लागू होने चाहिए.
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