मथुरा: बरसाना राधा अष्टमी के पावन पर्व पर बरसाना में लाखों की संख्या में भक्तों के दर्शन के लिए उमड़ने की संभावना है, लेकिन पहले दिन ही प्रशासन द्वारा बनाए गए रूट प्लान में भारी अव्यवस्था देखने को मिली. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग लाडो द्वार पर लगी जाली को तोड़कर बाहर निकलते दिख रहे हैं, और हैरत की बात यह है कि इस दौरान मौके पर एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था.
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यह घटना प्रशासनिक तैयारियों पर एक बड़ा सवालिया निशान लगाती है. जिस तरह से भीड़ ने सुरक्षा घेरे को तोड़ा, वह साफ दर्शाता है कि भीड़ प्रबंधन में कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई है. अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो राधा अष्टमी के मुख्य दिन, जब भीड़ चरम पर होगी, स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.
इसके अलावा, सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों को हो रही है. प्रशासन ने जिस रास्ते को स्कूल जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, उसे बंद कर दिया है. इसके चलते बच्चों को बैरिकेड्स के ऊपर से कूदकर स्कूल जाना पड़ रहा है. यह न सिर्फ बच्चों के लिए खतरनाक है, बल्कि उनकी पढ़ाई और दिनचर्या को भी प्रभावित कर रहा है. अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन को रूट प्लान बनाते समय स्थानीय लोगों, खासकर बच्चों की जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए था.
यह पहला मौका नहीं है जब रूट प्लान को लेकर शिकायतें सामने आई हैं. पहले दिन से ही रूट प्लान में खामियां देखी जा रही हैं, जिसने आम जनता के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वाहनों की आवाजाही को लेकर भी कई जगह लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि रूट में बार-बार बदलाव किया जा रहा है और सही जानकारी उपलब्ध नहीं है.
प्रशासन को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए. वायरल वीडियो और स्कूल जाने वाले बच्चों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए, उन्हें रूट प्लान की समीक्षा करनी चाहिए और भीड़ प्रबंधन को और मजबूत करना चाहिए. अगर समय रहते इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो राधा अष्टमी जैसे बड़े आयोजन में अव्यवस्था और भी बढ़ सकती है, जिससे भक्तों और स्थानीय लोगों दोनों को परेशानी होगी.