पीलीभीत (बीसलपुर): जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देश पर उप जिलाधिकारी नागेंद्र पांडे ने बुधवार को मंडी समिति परिसर स्थित धान क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. एसडीएम ने मंडी समिति तहसीलदार और अधिकारियों के साथ बारीकी से जांच की. निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने मंडी में संचालित 32 धान क्रय केंद्रों का जायजा लिया, उन्होंने लेखपाल द्वारा काटे गए टोकनों के सापेक्ष काश्तकारों की धान बिक्री की स्थिति की समीक्षा कीमंडी एम.ओ. ने एसडीएम को बताया कि अब तक मंडी में 22,250 कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है.
इस पर एसडीएम ने पीसीएफ धान क्रय केंद्र पर गड़बड़ी पाए जाने पर केंद्र प्रभारी के विरुद्ध रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजने के निर्देश दिए. वहीं, पीएससी प्रथम केंद्र पर वारदाना की कमी के कारण तौल न होने की शिकायत पर उन्होंने तत्काल समाधान के निर्देश दिए.
बिना नंबर के ट्रैक्टरों पर भड़के एसडीएम
निरीक्षण के दौरान एसडीएम नागेंद्र पांडे ने देखा कि मंडी परिसर में बिना रजिस्ट्रेशन नंबर वाले ट्रैक्टर बड़ी संख्या में खड़े हैं। उन्होंने तुरंत एआरटीओ वीरेंद्र सिंह को फोन कर ऐसे वाहनों को सीज करने के निर्देश दिए. कुछ देर बाद एआरटीओ वीरेंद्र सिंह बीसलपुर मंडी पहुंचे, लेकिन कार्रवाई शुरू होते ही बिना नंबर ट्रैक्टर लाने वाले लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और एआरटीओ से तीखी झड़प हो गई. विवाद के चलते एआरटीओ को बिना कार्रवाई किए ही पीलीभीत लौटना पड़ा.
किसानों ने उठाई गंभीर शिकायतें
निरीक्षण के दौरान किसानों ने एसडीएम को बताया कि यूपीएसएस धान क्रय केंद्र के प्रभारी अमरनाथ अक्सर केंद्र से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे किसान धान बिक्री को लेकर परेशान रहते हैं, इस पर एसडीएम ने केंद्र प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए. कुछ किसानों ने यह भी बताया कि कुछ बिचौलिए बिना नंबर वाले ट्रैक्टरों से धान लेकर मंडी में विक्रय करने का प्रयास कर रहे हैं. एसडीएम नागेंद्र पांडे के इस औचक निरीक्षण से मंडी के धान क्रय केंद्रों पर हड़कंप मच गया है, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धान खरीद प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी या बिचौलियागिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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