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मुजफ्फरनगर के CMO बिजनौर में अवैध क्लिनिक चलाते पकड़े गए

बिजनौर। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया बिजनौर जिले के चांदपुर में अवैध क्लिनिक चलाते पकड़े गए। रविवार दोपहर राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन पुलिस टीम के साथ नवजीवन नर्सिंग होम पहुंचीं, जहां डॉ. तेवतिया अपने चैंबर में डॉक्टर की तरह मरीजों का परीक्षण करते मिले।

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टीम के अंदर प्रवेश करते ही डॉ. तेवतिया घबराकर अपने चैंबर में बने टॉयलेट में घुस गए और खुद को भीतर बंद कर लिया। पुलिस के बार-बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद जवाब न मिलने पर चेतावनी दी गई कि दरवाजा तोड़ा जाएगा। चेतावनी मिलते ही सीएमओ बाहर निकले और सफाई देते हुए बोले कि उन्हें “टॉयलेट जाना था, छिपने जैसी कोई बात नहीं।”

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15 मिनट तक चली तीखी बहस
महिला आयोग की सदस्य और सीएमओ के बीच क्लिनिक के भीतर करीब पंद्रह मिनट तक जमकर बहस चली। संगीता जैन ने आरोप लगाया कि उन्हें पहले भी चेतावनी दी थी कि दूसरे जिले में अवैध रूप से मरीज न देखें। उन्होंने दावा किया कि उन्हें तीन सौ रुपये लेकर मरीज देखने की पर्चियां मिली थीं और क्लिनिक का एक स्थानीय पैथोलॉजी से अवैध कारोबार के लिए गठजोड़ भी है।

उनका यह भी कहना था कि हर रविवार बड़ी संख्या में मरीज आते हैं और दवाइयां सीधे क्लिनिक के अंदर से ही दी जाती हैं।

सीएमओ का खंडन, बोले– “पत्नी से मिलने आया था”
डॉ. तेवतिया ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई अवैध क्लिनिक नहीं चला रहे थे। उनका कहना है कि रविवार को वह सिर्फ अपनी पत्नी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतू तेवतिया से मिलने आए थे। डॉ. नीतू ने भी यही दावा किया।

सीएमओ का पलटवार, महिला आयोग की सदस्य पर ब्लैकमेलिंग का आरोप
सीएमओ ने पलटवार करते हुए संगीता जैन पर ब्लैकमेलिंग का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संगीता जैन के बेटे के घुटने का ऑपरेशन मुजफ्फरनगर में डॉ. मुकेश जैन के यहां हुआ था। बीमा क्लेम के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराना था और वह इसे विधिवत प्रक्रिया से कार्यालय में करना चाहते थे, लेकिन संगीता जैन चाहती थीं कि सीएमओ उनके घर आकर हस्ताक्षर करें। इसके इनकार पर उन्हें परेशान किया जा रहा है।

डॉ. तेवतिया ने यह भी बताया कि जिले से बाहर जाने की उन्होंने मुजफ्फरनगर के डीएम को सूचना दी थी और घटनाक्रम के बाद भी पूरी जानकारी दी।

अधिकारियों का बयान
मुजफ्फरनगर के डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि उन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं है और वह सीएमओ से बात कर तथ्य जानेंगे। बिजनौर के प्रभारी डीएम और सीडीओ रणविजय सिंह ने कहा कि उनके पास अभी तक कोई शिकायत नहीं पहुंची है। शिकायत मिलने पर जांच कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन ने कहा है कि यह गंभीर मामला है और वह उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य विभाग को इसकी औपचारिक शिकायत भेजेंगी। छापेमारी के बाद मामले ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है।

रोहन त्यागी
ब्यूरो हेड उत्तर प्रदेश