मथुरा: जनपद मथुरा के समग्र और सुनियोजित विकास के लिए महत्वाकांक्षी योजना ‘मथुरा विजन-2030’ को ज़ोरदार गति मिली है. इस योजना के तहत कुल 258 परियोजनाओं का प्रस्ताव है, जिनकी कुल लागत ₹34,767.94 करोड़ है. इसका उद्देश्य मथुरा-वृंदावन को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना है.
चरणबद्ध विकास और स्वीकृतियां
वर्ष 2025-26 की स्वीकृत परियोजनाएं: इस वर्ष के लिए 33 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनकी कुल लागत ₹4,327.98 करोड़ है. इसमें मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण (5), लोक निर्माण विभाग (5), मथुरा वृंदावन नगर निगम (19) और ब्रज तीर्थ विकास परिषद (1) की योजनाएं शामिल हैं. मुख्यमंत्री द्वारा अतिरिक्त स्वीकृत परियोजनाएं: मुख्यमंत्री ने 65 अतिरिक्त परियोजनाओं को मंजूरी दी, जिनकी लागत ₹7,472.39 करोड़ है. भविष्य की प्रस्तावित योजनाएं: 2025-26 के बाद 160 परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिन पर अनुमानित ₹22,967.57 करोड़ खर्च होंगे.
प्रमुख परियोजनाएं
स्वीकृत परियोजनाओं में निम्नलिखित प्रमुख कार्य शामिल हैं: वृंदावन बाईपास (जैत-यमुना एक्सप्रेस-वे) का निर्माण, फरह के, निकट टाउनशिप विकास, गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में नाले का निर्माण, बरसाना में राधारानी मंदिर मार्ग का विस्तारीकरण, मथुरा में एकीकृत नियंत्रण केंद्र (ICCC), कृष्णा नगर में बहुस्तरीय कार पार्किंग, जवाहर बाग में ‘कृष्णलोक’ थीम पार्क का विकास, जो श्रीकृष्ण लीला पर आधारित होगा.
मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश
दिनांक 12.06.2025 को मुख्यमंत्री ने कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए: मीराबाई कन्वेंशन सेंटर की जगह मीराबाई मंदिर का जीर्णोद्धार, यमुना के उस पार से बांके बिहारी मंदिर तक रोप-वे का निर्माण.
वृंदावन से गोकुल तक नेचर वॉक पाथवे की चौड़ाई बढ़ाना
मुख्यमंत्री ने सभी परियोजनाओं को PPP (जन-निजी भागीदारी) मॉडल पर आधारित बनाने का निर्देश दिया, ताकि ये सेल्फ-सस्टेनेबल हों, विभागों को राजस्व प्राप्त हो और सभी कार्य समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ पूरे किए जा सकें.
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