मथुरा : यमुना एक्सप्रेसवे पर सोमवार तड़के घने कोहरे के चलते एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया। आगरा से नोएडा की ओर जा रहे वाहनों की माइलस्टोन 127 के पास आपस में ज़बरदस्त भिड़ंत हो गई। इस भीषण टक्कर में 8 बसें और तीन कारें शामिल थीं। हादसा इतना भयावा था कि कई वाहनों में तुरंत आग लग गई, जिसमें भाजपा नेता सहित अब तक 13 लोगों की जलकर मौत की पुष्टि हुई है।
इस हादसे में 66 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को मौके पर पहुंची 20 एंबुलेंस की मदद से मथुरा जिला अस्पताल, वृंदावन संयुक्त जिला अस्पताल और गंभीर रूप से घायलों को आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ाने की आशंका जताई जा रही है।
जले हुए मानव अंग मिले, डीएनए से होगी पहचान
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौके से जले हुए और कटे हुए मानव अंग बरामद हुए हैं। पुलिस ने इन मानव अवशेषों को 17 पॉलिथीन बागों में एकत्र किया है। सबवो और अंगों की पहचान अब डीएनए जांच के जरिए की जाएगी। यह हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में हुआ, जहां चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
6 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF की टीम में मौके पर पहुंची। करीब 50 जवानों और नौ थानों की पुलिस ने मिलकर लगभग 6 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। हादसे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसे काफी मशक्कत के बाद खुलवाया जा सका।
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई दर्दनाक आपबीती
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद ऐसा लगा जैसे “बम फट गया हो।”आग की लपटे तेजी से फैलने लगी। लोग जान बचाने के लिए बसों के शीशे तोड़कर बाहर कूदते नजर आए, लेकिन कुछ ही मिनट में कई बसें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि हादसे के करीब 1 घंटे बाद रेस्क्यू कार्य शुरू हुआ, जिससे नुकसान और बढ़ गया।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, मुआवजे का ऐलान
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व ADM प्रशासन अमरेश करेंगे। वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को ₹2-2 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए इस भीषण हादसे ने एक बार फिर घने कोहरे में यातायात व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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