कुशीनगर में पुलिस विभाग के भीतर फैले भ्रष्टाचार और लापरवाही पर अब सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है. जिले के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने विवेचना (जांच) में हो रही ढिलाई और अनियमितताओं को खत्म करने के उद्देश्य से कड़ा कदम उठाया है.
लापरवाही पर कसा शिकंजा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खड्डा थाना में तैनात 7 उपनिरीक्षक और हनुमानगंज थाना में तैनात 2 उपनिरीक्षकों ने विवेचनाओं को जानबूझकर लंबित रखा था. एसपी ने इस पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए इन सभी का अक्टूबर 2025 माह का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया.
पूरे जिले में जांच, 36 पर कार्रवाई
समीक्षा बैठक के दौरान एसपी ने पूरे जनपद की लंबित विवेचनाओं की स्थिति की विस्तार से जांच की. जांच में कई मामलों में देरी और लापरवाही सामने आई, जिसके बाद उन्होंने कुल 36 उपनिरीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका अक्टूबर माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया.
एसपी का स्पष्ट संदेश
एसपी केशव कुमार ने कहा कि “विवेचना में लापरवाही या भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हर विवेचना समय पर और निष्पक्ष रूप से पूरी की जानी चाहिए.” उनका यह कदम पुलिस महकमे में जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा संदेश माना जा रहा है.
पुलिस विभाग में मचा हड़कंप
एसपी के इस फैसले के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. कई थानों में अधिकारी अब अपनी लंबित विवेचनाओं को जल्द निपटाने में जुट गए हैं, यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से दिखाती है कि अब लापरवाह पुलिसकर्मियों पर शिकंजा कसना तय है.
रिपोर्ट- आनन्द सिंह/खड्डा


























