मथुरा: ब्रज की पावन धरती पर मंगलवार की शाम कला, संस्कृति और भक्ति का ऐसा संगम देखने को मिला जिसने सभी दर्शकों को भावविभोर कर दिया. ब्रज रज उत्सव के दसवें दिन धौलीप्याऊ स्थित रेलवे मैदान साक्षात गोकुल धाम में बदल गया, जब पद्मश्री और सिने अभिनेत्री हेमा मालिनी ने अपनी प्रसिद्ध नृत्य नाटिका ‘यशोदा कृष्ण’ का मंचन किया.
मां यशोदा और बाल कृष्ण के वात्सल्य से भरे इस प्रस्तुतीकरण ने हर दर्शक को श्रद्धा और प्रेम के सागर में डुबो दिया. मंच पर जब हेमा मालिनी ने मां यशोदा का रूप धारण किया और साथी कलाकारों ने बालकृष्ण की नटखट लीलाओं का अभिनय किया, तो पूरा वातावरण दिव्यता से भर गया.
भाव, भक्ति और नृत्य का अद्भुत संगम
नृत्य की हर मुद्रा, हर भाव और हर ताल में मातृत्व की कोमलता और कृष्ण की नटखट छवि इस तरह जीवंत हुई कि दर्शकों को लगा मानो वे वास्तव में गोकुल की गलियों में पहुंच गए हों. माखन चोरी और यशोदा की स्नेहभरी डांट जैसे प्रसंगों ने दर्शकों की आंखों में प्रेम और आनंद के आंसू ला दिए.

संगीत और मंच सज्जा ने रचा दिव्य लोक का अनुभव
शास्त्रीय रागों पर आधारित संगीतमय पृष्ठभूमि, मनमोहक गीतों और अलौकिक प्रकाश व्यवस्था ने प्रस्तुति को दिव्यता की नई ऊंचाई दी. मंच सज्जा इतनी आकर्षक थी कि हर दृश्य किसी दिव्य लोक का आभास करा रहा था.

जनसैलाब ने बनाया ऐतिहासिक क्षण
ब्रज रज उत्सव के इस आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, मंच के सामने हर वर्ग — बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग — भावविभोर होकर प्रस्तुति का आनंद लेते दिखे.

सम्मान और उद्घाटन समारोह
कार्यक्रम से पूर्व दीप प्रज्ज्वलन कर उत्सव का शुभारंभ किया गया, इस मौके पर श्री बांके बिहारी जी मंदिर हाई पावर्ड कमेटी के अध्यक्ष (सेवानिवृत्त न्यायाधीश) अशोक कुमार, यूपी ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ, मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. सभी ने हेमा मालिनी और उनके मुंबई से आए सह-कलाकारों का अभिनंदन किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया.
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