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आई लव मोहम्मद लिखना कोई अपराध नहीं” – पूर्व सांसद डॉ. एस.टी. हसन का बड़ा बयान

पूर्व सांसद डॉ. एस.टी. हसन

मुरादाबाद: देशभर में “आई लव मोहम्मद” लिखे जाने को लेकर शुरू हुए विवाद ने अब बड़ा राजनीतिक रंग ले लिया है. जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों ने उत्तर प्रदेश की सियासत को भी हिला दिया है. AIMIM चीफ असदउद्दीन ओवैसी के बाद अब समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एस.टी. हसन ने भी खुलकर सरकार और पुलिस पर हमला बोला है, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मुद्दे को समझदारी से नहीं संभाला गया तो देश का माहौल बिगड़ सकता है.

धार्मिक भावना का इजहार, अपराध नहीं – डॉ. हसन
मुरादाबाद में प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. एस.टी. हसन ने कहा, “आई लव मोहम्मद लिखना कोई अपराध नहीं है. यह न तो गैरकानूनी काम है और न ही संविधान के खिलाफ. यह तो सिर्फ धार्मिक भावना का इजहार है.” उन्होंने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि केवल एक बैनर लगाने पर FIR दर्ज करना बेहद गलत और खतरनाक कदम है. चौकियों और थानों को यह सोचना चाहिए कि ऐसे फैसलों का अंजाम कितना भयावह हो सकता है.

“मोहम्मद के नाम पर जान भी कुर्बान”
पूर्व सांसद ने साफ शब्दों में कहा, “यह वह नाम है, जिस पर मुसलमान अपनी जान तक कुर्बान कर सकता है. यदि इस नाम की बदनामी होगी तो न सिर्फ मुसलमान, बल्कि हमारे हिंदू भाई भी विरोध करेंगे. यह नाम किसी जात-पात का नहीं बल्कि ईमान का प्रतीक है.” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि FIR दर्ज कराकर मुसलमानों को उकसाने की कोशिश की जा रही है, जो सीधी-सीधी कट्टरता फैलाने की साजिश है.

बड़ा राजनीतिक तूफ़ान खड़ा होने के आसार
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद आने वाले समय में बड़ा राजनीतिक तूफ़ान खड़ा कर सकता है. एक ओर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. डॉ. हसन का यह बयान भी इसी सियासी हलचल को और तेज़ करने वाला माना जा रहा है.

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