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Hamirpur का वन स्टॉप सेंटर बना मीडिया हेडलाइन, आरोप-प्रत्यारोप जारी

हमीरपुर का वन स्टॉप सेंटर इन दिनों डीपीओ राजीव कुमार सिंह और महिला मैनेजर मोनिका गुप्ता के बीच तकरार के चलते सुर्खियों में है. दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। महिला मैनेजर का कहना है कि डीपीओ उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं, जबकि डीपीओ ने सफाई देते हुए कहा है कि महिला जांच से बचने के लिए “ड्रामा” कर रही हैं.

महिला मैनेजर का आरोप — “मुझे नौकरी छोड़ने के लिए किया जा रहा है प्रताड़ित”
शुक्रवार को वन स्टॉप सेंटर की महिला मैनेजर मोनिका गुप्ता का एक रोते हुए वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे अपने अधिकारी डीपीओ राजीव कुमार सिंह पर प्रताड़ना के आरोप लगाती दिखीं. वीडियो में मोनिका गुप्ता ने बताया कि उन्हें गोली मारने की धमकी दी गई और हर तरह से मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है ताकि वे नौकरी छोड़ दें, उन्होंने कहा कि मार्च 2020 से उनका कार्य अच्छा चल रहा था, लेकिन जनवरी 2025 से उन्हें जानबूझकर परेशान किया जाने लगा. आरोप है कि यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि किसी अन्य कर्मचारी को मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपी जा सके.

डीपीओ की सफाई — “जांच से बचने के लिए रचा गया पूरा खेल”
आरोपों के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि महिला मैनेजर के आरोप पूरी तरह निराधार हैं. डीपीओ ने बताया कि कुछ महीने पहले सेंटर के वॉशरूम में एक महिला ने फांसी लगाने का प्रयास किया था, जिसके बाद महिला मैनेजर पर जांच चल रही है, उन्होंने कहा कि मोनिका गुप्ता पहले भी अपने ही स्टाफ के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुकी हैं और उसका वीडियो भी वायरल हुआ था. डीपीओ के अनुसार, “महिला जांच से बचने और दबाव बनाने के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही हैं ताकि कार्रवाई रुक जाए.”

जांच के बाद ही खुलेगा पूरा सच
दोनों पक्षों की बयानबाजी के बाद मामला उच्च अधिकारियों की जांच में पहुंच गया है. अब देखना यह होगा कि जांच में सच्चाई किस पक्ष के समर्थन में सामने आती है — डीपीओ की सफाई या महिला मैनेजर के आरोप.

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