गाजियाबाद बारिश के बाद से डेंगू और मलेरिया के पेशेंट बढ़ने लगे हैं. मंगलवार को डेंगू के 5 नए मरीज मिले हैं. इसके बाद जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 71 हो गई है. वर्तमान में 10-15 डेंगू मलेरिया के मरीजों का इलाज चल रहा है बाकी स्वस्थ हो गए हैं. अभी तक मलेरिया के भी 59 केस मिल चुके हैं. मलेरिया विभाग के सर्वे में अभी तक 450 घरों में डेंगू का लार्वा मिल चुका है. इन घरों में दोबारा सर्वे अभियान चलाया जा रहा है.
क्या आपकी गर्दन में भी रहता है दर्द और अकड़न? हो सकता है सर्वाइकल की शुरुआत, तुरंत जानें लक्षण
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हो रही है पिछले 24 घंटों में 5 नए मामले सामने आए हैं. वेब सिटी, शालीमार गार्डन,खोड़ा ,अकबरपुर और बहरामपुर में मरीज पाए गए हैं जिससे कुल संख्या 71 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने डोर-टू-डोर सर्वे शुरू कर दिया है और लार्वा मिलने पर जुर्माने का प्रस्ताव है. इनमें से आठ मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं.
पिछले 5 दिन में डेंगू के बीस मरीज मिलने के बाद गाज़ियाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने डोर टू डोर सर्वे कराने के लिए टीमें बढ़ा दी है. जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेन्द्र मिश्रा के अनुसार पिछले 9 दिन में 600 घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा मिला है. लार्वा नष्ट कराने के साथ संबंधित को नोटिस थमाया गया है.
नोटिस में कड़ी चेतावनी दी गई है कि दोबारा लार्वा नहीं मिलना चाहिए. और अपने घरों में साफ़ सफाई कूलर का पानी नियमित बदलें साथ ही घर की छत और घर के बाहर पानी एकत्रित न होने दें यदि इसके बाद भी लार्वा मिला तो जुर्माना संभव है. उधर डेंगू मच्छर का लार्वा मिलने पर संबंधित पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाये जाने का प्रस्ताव गाज़ियाबाद जिलाधिकारी स्तर पर लंबित है. इस प्रस्ताव को DM की मंजूरी मिलने के बाद सख्ती हो सकेगी. सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने जिला अस्पतालों के साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचने वाले बुखार के मरीजों की डेंगू जांच अनिवार्य कर दी गई है.
एक रिपोर्ट के अनुसार 5 अगस्त को डेंगू के 3, 6 अगस्त को 5, 7 अगस्त को 2, 8 अगस्त को 5 और 9 अगस्त को 5 नए मरीज मिलने पर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में डेंगू मच्छर का लार्वा ट्रेस करते हुए उसे नष्ट करने और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव तेज कर दिया गया है.
डेंगू न फैले इसलिए यह सावधानी बरतें
डेंगू का मच्छर (एडीज) स्वच्छ एवं रूके पानी मे पैदा होता है. घरों में कूलर में पानी को निकाल दें, छत की टंकियों पर ढक्कन अवश्य होना चाहिये.छत पर जमा वर्षा का पानी निकाल दें. टायर , पुराने बर्तन, ख़राब खुली पानी की बोतले,गमले, पक्षियों के पानी पीने को रखे हुऐ पोट में एडीज मच्छर के लार्वा न पनपने पायें. छतों एवं खुले में रखे हुए बेकार और पुराने टायर, टूटे-फूटे बर्तनों की सफाई जरूर करें. लम्बे समय के लिये घर से बाहर जा रहे हैं, तो बाथरूम इत्यादि में रखी हुई बाल्टी और टब को पलट कर रखें. अधिकतर डेंगू का मच्छर दिन में काटता है. इसलिए पूरे बाजू के कपड़े पहने और पैरों में जूते या ढक कर रहे. अपने निवास स्थान के आसपास पानी जमा न होने दें. घर के आस-पास गन्दगी होने पर पार्षद और ग्राम प्रधान से संपर्क करके साफ-सफाई व्यवस्था व दवाई छिड़काव कराने के लिए कहें.
जिला चिकित्सकों का परामर्श
बुखार होने पर केवल पैरासिटामोल का उपयोग करें एवं कोई भी अन्य दर्द निवारण दवा जैसे डिस्प्रिन, ब्रूफिन इत्यादि दवाओं का सेवन न करें.चिकित्सक से परामर्श कर जांच करायें.जिला एमएमजी चिकित्सालय परिसर में स्थित आईडीएसपी लैब पर डेंगू, मलेरिया की जांच निश्शुल्क होती है.
गाजियाबाद से अम्बुज उपाध्याय