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गाजियाबाद कार्यकारिणी का चुनाव महापौर ने किया निरस्त, BJP नेताओं में नहीं दिखी एकता

गाज़ियाबाद कार्यकारिणी चुनाव में भाजपा में दिखे बगावती तेवर पहले 5 सदस्यों की जगह भाजपा के 6 उम्मीदवार उतरे मैदान में बाद में महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने 5 सदस्यों को माला पहनाकर विजयी घोषित किया जिसपर महापौर सुनीता दयाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी प्रकार का जश्न या विजयी घोषणा अनुशासनहीनता है. उन्होंने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं और नगर निगम की कार्यवाही की गंभीरता के खिलाफ करार देते हुए पूरी चुनाव प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया.

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1 सितंबर 2025 को कविनगर स्थित जानकी भवन में सुबह 11:30 बजे से नामांकन पत्र दाखिल करने का सिलसिला शुरू हुआ. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 12 बजे तक नामांकन होना था. भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने पार्टी की ओर से 5 पार्षदों में गौरव सौलंकी, प्रवीण चौधरी, प्रमोद यादव, विनीत दत्त और देव नारायण शर्मा के नामों की घोषणा की. इसके अलावा भाजपा की ओर से मदन राय, जबकि विपक्ष से अजय शर्मा और शशि सिंह ने भी नामांकन दाखिल किया. इस तरह कुल आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे. उसके बाद भाजपा नेताओं द्वारा काफ़ी मानने के बाद भाजपा से बागी तेवर लिए मदन राय ने अपना नामांकन वापस लेते हुए बैठ गए. इसके बाद सात प्रत्याशी शेष बचे.

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इसी बीच जानकी भवन परिसर में दूसरी ओर जलपान कार्यक्रम शुरू हो गया जहां चुनाव में भाग लेने पहुंचे पार्षद व अन्य लोग नाश्ता करने लगे उसी दौरान अचानक भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल 5 पार्षदों को लेकर मंच पर पहुंच गए, और माला पहनाकर जश्न मनाने का सिलसिला शुरू हो गया था. जैसे ही महापौर सुनीता दयाल मंच पर पहुंचीं उन्होंने इसे सीधे तौर पर सदन की गरिमा और अनुशासन का उल्लंघन बताया. महापौर सुनीता दयाल और भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल के बीच इस दौरान तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. घटना के बाद परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. कुछ पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने महापौर के निर्णय का समर्थन किया, तो वहीं भाजपा खेमे में नाराजगी भी देखी गई.
महापौर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी प्रकार का जश्न या विजयी घोषणा अनुशासनहीनता है. उन्होंने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं और नगर निगम की कार्यवाही की गंभीरता के खिलाफ करार देते हुए पूरी चुनाव प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया.

गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी के छह सदस्यों के चुनाव को लेकर शुरू हुई कार्यवाही अचानक बड़े विवाद में बदल गई. और विपक्ष अब यह कहकर हमला करती नज़र आ रही हैं गाज़ियाबाद भाजपा एकजुट नहीं हैं इनमें आपस में फूट हैं जिसका उदाहरण आज गाज़ियाबाद कार्यकारिणी चुनाव में देखने को मिला.

Report: अंबुज उपाध्याय