कुशीनगर जनपद का प्रसिद्ध पनियहवा पुल जो कभी अपनी खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता था, आजकल लापरवाही और असुरक्षा के कारण सुर्खियों में है। नारायणी नदी पर बना यह पुल न सिर्फ भारत-नेपाल को जोड़ने वाला अहम मार्ग है, बल्कि स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की आवाजाही का भी प्रमुख केंद्र है।
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लेकिन अब यह जगह तेजी से सेल्फी प्वाइंट और स्टंट स्पॉट में तब्दील होती जा रही है। युवाओं के बीच यह पुल और इसके आसपास का रेलवे ट्रैक रिल और वीडियो बनाने का हॉटस्पॉट बन गया है। कई बार कुछ युवक तो ट्रेन के आने का इंतजार करते हैं ताकि उसके साथ स्टंट करते हुए वीडियो बना सकें — जो न केवल बेहद खतरनाक, बल्कि किसी बड़े हादसे की आहट भी साबित हो सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर दिन दर्जनों युवक-युवतियां पुल पर या पटरियों पर घूमते, बैठकर या खड़े होकर सेल्फी लेते देखे जा सकते हैं। खड्डा उपजिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए जाने के बावजूद, सुरक्षा नियमों की लगातार अनदेखी हो रही है।
पुल की एक ओर खड्डा थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी और दूसरी ओर हनुमानगंज थाना स्थित है। इसके बावजूद गश्त और निगरानी का अभाव साफ नजर आता है।
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स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने सख्ती नहीं बरती तो किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पुल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, रेलवे पुलिस की निगरानी बढ़ाई जाए, और स्टंट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। यह पुल हमारी आवाजाही का जरिया है, लेकिन अब यह मौत को दावत देने की जगह बन गया है। पुलिस को रोज गश्त करनी चाहिए। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और रेलवे विभाग से अपील की है कि जल्द से जल्द पुल पर चेतावनी बोर्ड और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि युवाओं को इस खतरनाक शौक से रोका जा सके।
रिपोर्ट- आनन्द सिंह/खड्डा


























