मथुरा: पुलिस ने साइबर अपराधियों(Cyber Criminal) के गढ़ माने जाने वाले गोवर्धन थाना क्षेत्र के देवसेरस गाँव में गुरुवार तड़के एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन का उद्देश्य गाँव में छिपे सक्रिय अपराधियों और उनकी गतिविधियों पर नकेल कसना था। देवसेरस गाँव को अब ‘मिनी जामताड़ा’ के नाम से भी जाना जाने लगा है, क्योंकि यहाँ के अपराधी साइबर क्राइम में महारत रखते हैं।
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गुरुवार को सुबह-सुबह जब भारी पुलिस बल गाँव में पहुँचा तो हड़कंप मच गया। पुलिस की अचानक दविश छापेमारी देखकर कई लोग भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया।
कई थानों का पुलिस बल शामिल
यह ऑपरेशन मथुरा पुलिस की सुनियोजित रणनीति का हिस्सा था। दविश के दौरान जिले के कई थानों का फोर्स गाँव में मौजूद रहा, जिसने अपराधियों के संभावित ठिकानों पर गहन तलाशी ली। हालांकि, इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन से स्थानीय थाना पुलिस, क्षेत्राधिकारी और इलाके के एडिशनल एसपी को दूर रखा गया था। यह कदम ऑपरेशन की गोपनीयता बनाए रखने और किसी भी तरह के लीक या हस्तक्षेप से बचने के लिए उठाया गया था।
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एक दर्जन से अधिक लोग हिरासत में
सर्च ऑपरेशन के परिणामस्वरूप, पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों से साइबर अपराधों से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि हिरासत में लिए गए लोगों के तार बड़े साइबर क्राइम रैकेट से जुड़े हो सकते हैं।
हेमंत शर्मा, सहारा समय























