बिजनौर : जनपद की सदर तहसील में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के दौरान तहसील परिसर में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। टीम आरोपी लेखपाल को हिरासत में लेकर शहर कोतवाली ले गई, जहां उससे पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार, फतेहपुर खतापुर क्षेत्र में तैनात लेखपाल रविंद्र कुमार पर आरोप है कि उसने हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के ननू पूरा निवासी धर्मेंद्र, पुत्र जगपाल से एक बैनामे (रजिस्ट्री) में नाम संशोधन कराने के एवज में 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित धर्मेंद्र ने इसकी शिकायत मुरादाबाद एंटी करप्शन टीम से की थी।
सुनियोजित तरीके से हुई कार्रवाई
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार सुबह पूरी योजना के साथ कार्रवाई की। टीम पहले जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची, जहां से दो कर्मचारियों को बतौर गवाह साथ लिया गया। इसके बाद टीम सदर तहसील पहुंची और तहसील के कमरा नंबर 24 में जाल बिछाया।
जैसे ही लेखपाल ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे मौके पर ही रंगे हाथों दबोच लिया। गिरफ्तारी के समय लेखपाल ने विरोध भी किया, लेकिन टीम ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर शहर कोतवाली पहुंचा दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी लेखपाल मूल रूप से बागपत जनपद का रहने वाला है।
लेखपाल ने आरोपों को बताया निराधार
गिरफ्तारी के बाद लेखपाल रविंद्र कुमार ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि शिकायतकर्ता उनसे एक बैनामे में संशोधन के संबंध में किसी वकील से बात करने को कह रहा था और यह रकम वकील को दी जानी थी, उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है।
प्रशासन ने की गिरफ्तारी की पुष्टि
जिलाधिकारी द्वारा नामित कलेक्ट्रेट कर्मचारी उस्मान ने बताया कि जिलाधिकारी ने उन्हें सुबह बुलाकर एंटी करप्शन टीम के साथ जाने का निर्देश दिया था। उन्होंने पुष्टि की कि सदर तहसील से एक लेखपाल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल मामले में आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।
रिपोर्ट – फहीम अख़्तर बिजनौर
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