गाजियाबाद से आई इस सनसनीखेज़ खबर ने पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को हिला दिया है. कांधला निवासी, जिला शामली (उत्तर प्रदेश) के मोनू सैनी (उम्र 25 वर्ष) को STF और पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है.
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि मोनू सैनी पर 8 से अधिक आपराधिक मुकदमे पहले से दर्ज हैं. दो दिनों की गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके पास से एक गुप्त सिम कार्ड, एक पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए.
STF का दावा है कि यही सिम कार्ड उसके लिए गैंगस्टरों से संपर्क का सबसे बड़ा हथियार था. पूछताछ में यह भी सामने आया कि मोनू सैनी के तार सिर्फ फोन कॉल तक सीमित नहीं थे. बैंक ट्रांसफर और जेल में हुई गुप्त मुलाकातों के आधार पर भी उसके कनेक्शन साबित होते हैं.
सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि मोनू सैनी के नाम पर दो करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति दर्ज है. STF की शुरुआती रिपोर्ट बताती है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में उसके मकान और संपत्तियों की पुष्टि हुई है. पुलिस को शक है कि यह सब अवैध कारोबार और गैंग नेटवर्क के जरिए खड़ा किया गया साम्राज्य है.
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सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि मोनू सैनी के संपर्क कई बड़े राजनीतिक दलों तक फैले हुए हैं. माना जा रहा है कि इन्हीं रसूखदार कनेक्शनों की वजह से वह लंबे समय तक कानून के शिकंजे से बचा रहा. STF अब इन राजनीतिक संबंधों की भी पड़ताल कर रही है.
कोर्ट पेशी के दौरान माहौल तनावपूर्ण रहा. STF का कहना है कि यह मामला सिर्फ शुरुआत है, आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. इस कार्रवाई ने इलाके में जबरदस्त हलचल मचा दी है और लोग अब एक ही सवाल पूछ रहे हैं —
“क्या महज़ 25 साल की उम्र में मोनू सैनी ने अपराध, राजनीति और पैसों का सबसे खतरनाक नेटवर्क खड़ा कर लिया था?”
रिपोर्ट-रोहन त्यागी वेस्ट यूपी हेड