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बरेली में बुलडोजर कार्यवाही और अत्याचार के खिलाफ एआईएमआईएम का आंदोलन

बरेली में निर्दोष लोगों के खिलाफ की जा रही बुलडोजर कार्रवाई और पुलिस कार्यवाही के विरोध में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौड़ को सौंपा.


जिलाध्यक्ष इमरान कासमी ने जताया रोष

एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष इमरान कासमी ने कहा कि — “बरेली में निर्दोष लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. कुछ गंदी मानसिकता के लोगों ने नबी से मोहब्बत के इजहार को विवाद बना दिया, जिसके बाद प्रशासन ने निर्दोषों पर कार्रवाई कर दी.अब वहां बुलडोजर चलाकर लोगों को परेशान किया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है”

उन्होंने आगे कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह तानाशाही का प्रतीक है. “पूरे उत्तर प्रदेश में एक तरह से तानाशाही चल रही है. हर व्यक्ति को अपने विचार और आस्था व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन निर्दोषों को फंसाना और बुलडोजर चलाना मानवाधिकारों का उल्लंघन है”


प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर हुआ प्रदर्शन

इमरान कासमी ने बताया कि यह प्रदर्शन प्रदेश अध्यक्ष हाजी शौकत अली के निर्देश पर किया गया.
उन्होंने कहा — “हमने महामहिम राष्ट्रपति से मांग की है कि बरेली की घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए. वहां निर्दोषों को फंसाया जा रहा है और नाबालिग बच्चों तक पर कार्यवाही की जा रही है. यह न केवल अन्याय है, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन भी है.”


अमन और भाईचारे की अपील

कासमी ने कहा कि “नबी से मोहब्बत का इजहार हर व्यक्ति का अकीदा है” उन्होंने कहा कि हमारे नबी ने हमेशा अमन, इंसाफ और भाईचारे की शिक्षा दी है, लेकिन कुछ लोग इस भावना को गलत तरीके से प्रस्तुत कर समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने यह भी कहा —
“हम तानाशाही के खिलाफ खड़े हैं। हर नागरिक को अपनी बात रखने और अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है. सरकार को जनता की भावनाओं को समझना चाहिए, न कि उन पर अत्याचार करना चाहिए”

रिपोर्ट = अनमोल कुमार मुजफ्फरनगर

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