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किस्सा: बदले की आग ने सुंदर भाटी को बनाया कुख्यात गैंगस्टर

गौतमबुद्ध नगर का कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी वह नाम है, जिसके गैंग की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 लाख का इनाम घोषित किया था .

अपराधी बनने की असली वजह

सुन्दर भाटी का चचेरा भाई नरेश भाटी उसके क्षेत्र का स्थानीय नेता था. किन्तु “सुंदर” सीधा और सरल स्वभाव का राजनीति से दूर रहने वाला था . जब नरेश जिला पंचायत अध्यक्ष बना तो मार्च 2004 में उसकी गाड़ी को घेरकर कुछ लोगों के द्वारा हत्या कर दी जाती है, हत्या का आरोप अनिल भाटी व सुंदर भाटी के पर लगा. दरअसर अनिल, सुंदर का मित्र था .

हत्या का आरोप लगने के बाद सुंदर पर मुकदमा दर्ज हुआ. जिसके बाद उसे जेल भी जाना पड़ा. जब वह जमानत पर छूटा और वापस अपने घर पहुंचा तो अपनी दहशत को बनाए रखने के लिए हत्याएं डकैती जैसे कई वारदातों को अंजाम देने लगा. लगातार मारपीट और हत्याओं जैसी वारदात में शामिल होकर उत्तर प्रदेश में अपने खौफ का परचम लहरा दिया और पुलिस के लिए नासूर बन गया.

अतीक अहमद से जुड़े थे तार

अतीक अहमद और सुंदर भाटी दोनों ही उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर थे और दोनों के बीच गहरे संबंध थे. दोनों के गैंग आपस में जुड़े हुए थे और कई मामलों में साथ में काम करते थे.

अतीक अहमद और सुंदर भाटी के बीच गठबंधन था, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश और प्रयागराज क्षेत्र में अपनी शक्ति और प्रभाव को बढ़ाने के लिए काम करता था.
हालांकि, दोनों के बीच के संबंधों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि दोनों के बीच एक मजबूत आपराधिक नेटवर्क था.

सुंदर पर पुलिस ने किया इनाम घोषित

सुंदर भाटी के भाई सहदेव भाटी और दो भतीजों सहित 5 बदमाशों पर मेरठ रेंज के आईजी ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था . ये सभी बदमाश 16 नवंबर 2017 को हुई बीजेपी नेता शिव कुमार की हत्या में आरोपी सिद्ध हुए थे ,सुंदर भाटी के गिरोह के सदस्य योगेश की गिरफ्तारी पर गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट से 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था.

सुंदर भाटी के एक अन्य सहयोगी रवि रामपुर पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था. वर्तमान में “सुंदर भाटी”सोनभद्र जेल में बंद है.

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