Advertisement

Politics : मुझे बाहर किया, अब Bhai वीरेंद्र पर क्या होगी कार्रवाई?

पटना :
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लालू और तेजस्वी से पूछा है कि क्या दलित समाज को गाली देने वाले विधायक पर भी कार्रवाई होगी. तेजप्रताप ने सोमवार रात 3 बजे X पर एक कार्टून शेयर कर लिखा- ‘क्या RJD अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के आदर्शों के खिलाफ जाकर SC-ST समाज को धमकी दी?’

तेजप्रताप ने लिखा- ‘मुझे तो जयचंदों की साजिश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया. अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं. संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए.’

सोमवार को मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम में तेजप्रताप ने कहा- ‘RJD में आम तो छोड़िए, खास भी सुरक्षित नहीं है. तेजस्वी के आसपास बाहरी लोगों का घेरा बना दिया गया है. ऐसे लोग मुझे पार्टी और परिवार से बेदखल करने की साजिश रच रहे हैं.’

रविवार को तेजप्रताप से पूछा गया कि तेजस्वी यादव राघोपुर और महुआ दोनों सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं. इस पर तेजप्रताप ने कहा- ‘अगर तेजस्वी महुआ से लड़ेंगे, तो हम राघोपुर से लड़ जाएंगे. तेजस्वी को राजनीति में हम ही लाए. जब मैं राजनीति में आया, तब वे IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स से क्रिकेट खेल रहे थे. हमारी पहली सभा अरवल में हुई थी.’

जब उनसे पूछा गया कि आपको भाई ने ही पार्टी से निकाल दिया, तो तेजप्रताप ने कहा- ‘राजनीति में ये सब सच्चाई है. लेकिन हम इसकी परवाह नहीं करते. कोई और होता तो फांसी लगा लेता या कुछ कर लेता.’

अब जानिए पूरा विवाद क्या है.  
RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने मनेर के पंचायत सचिव संदीप भारती को फोन पर जूते से मारने की धमकी दी थी. विधायक ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए सचिव को फोन किया. सचिव ने प्रणाम नहीं किया तो विधायक भड़क गए. बातचीत में विधायक ने कहा- ‘तुम रिकॉर्ड करो चाहे, कुछ करो. जूता से मारेंगे खींच कर. तुम प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं रखेगा. पूरा हिंदुस्तान जानता है हमको और तुम कह रहा है कि भाई वीरेंद्र कौन है?’

विवाद बढ़ने पर विधायक भाई वीरेंद्र ने सफाई दी. कहा- ‘मेरे विधानसभा क्षेत्र के एक पंचायत सचिव की रिकॉर्डेड कॉल को जानबूझकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. कॉल में मैंने कुछ कड़े शब्द कहे, जिसका मुझे खेद है. लेकिन सचिव ने न तो शिष्टाचार दिखाया, न अभिवादन किया और न ही जनता के काम को गंभीरता से लिया.’

पंचायत सचिव संदीप कुमार ने SC-ST थाने में आवेदन दिया है. उन्होंने कहा- ’26 जुलाई को शाम 5:30 बजे ड्यूटी पर था. विधायक का फोन आया. उन्होंने धमकी दी. कहा- ट्रांसफर के फेर में मत रहो, यहां कुछ भी हो सकता है. अब वो मुझे जान से मरवा देंगे या क्या कराएंगे, वो जाने.’

सचिव ने कहा- ‘फोन कॉल के बाद डर लग रहा है. DM को मौखिक सूचना दी गई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि प्राथमिकी के बाद ट्रांसफर कर दिया जाएगा. जूता से मारने जैसे शब्दों से मन को ठेस पहुंची है.’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *