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Politics : तेजप्रताप Vs तेजस्वी: चुनावी रेखा खींची, घर की लड़ाई बनी सियासी जंग!

पटना : 
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच सियासी और पारिवारिक टकराव अब खुलकर सामने आ गया है. तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दी. तेजस्वी ने भी पहली बार बड़े भाई पर प्रतिक्रिया दी. दोनों नेताओं की बयानबाजी से साफ हो गया कि अब लड़ाई सिर्फ टिकट या सीट की नहीं, बल्कि नेतृत्व और पहचान की है.

तेजप्रताप यादव ने कहा, “तेजस्वी को राजनीति में मैं ही लाया.जब मैं राजनीति में सक्रिय था, तब तेजस्वी दिल्ली डेयरडेविल्स से IPL खेल रहे थे.हमारी पहली सभा अरवल में हुई थी.”

तेजप्रताप ने कहा कि अगर तेजस्वी महुआ से चुनाव लड़ेंगे, तो वे राघोपुर से मैदान में उतरेंगे.उन्होंने दावा किया कि महुआ में मेडिकल कॉलेज, सड़क, अस्पताल जैसे विकास कार्य उनके प्रयासों से हुए हैं. उन्होंने चेतावनी दी, “अगर राजद ने महुआ से कोई उम्मीदवार उतारा, तो जनता उसे हराकर भेजेगी.”

दूसरी ओर, तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में पहली बार तेज प्रताप पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, “तेज प्रताप ऑलराउंडर हैं. रील बनाते हैं, पायलट हैं, संत हैं, बांसुरी बजाते हैं और विधायक भी हैं. बड़े भाई हैं और परिवार के लिए प्रोटेक्टिव हैं. सब कर सकते हैं।”

जब उनसे तेज प्रताप की नई पार्टी और विद्रोही तेवरों पर सवाल हुआ, तो उन्होंने कहा, “कितनी पार्टी बनती रहती हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.”

बता दें कि 25 मई 2025 को अनुष्का यादव के साथ वायरल फोटो और वीडियो के बाद लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया था. उन्होंने X पर लिखा, “ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियां और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों के अनुरूप नहीं हैं. अतः उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं.” लालू ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया.साथ ही कहा कि अब उनसे जुड़ाव रखने वाले लोग अपने विवेक से निर्णय लें.

जिसके बाद से अलग-थलग चल रहे तेज प्रताप ने महुआ से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया. उन्होंने खुद को “टीम तेज प्रताप” के नाम से पेश किया. पीली टोपी और पीला गमछा उनकी नई पहचान बने.उन्होंने कहा, “टीम तेज प्रताप एक ऐसा मंच है जो उन युवाओं को समर्थन देगा जो शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और बदलाव की बात करते हैं.”

महुआ से फिलहाल राजद के मुकेश कुमार विधायक हैं. उन्होंने 2020 में जेडीयू की आश्मा परवीन को 13,687 वोटों से हराया था. तेजप्रताप अभी हसनपुर से विधायक हैं, लेकिन अब महुआ से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.

लालू परिवार का यह झगड़ा अब सियासत में खुलकर दिख रहा है. तेज प्रताप अपनी राह अलग कर चुके हैं. तेजस्वी विपक्ष को एकजुट कर 2025 की लड़ाई की तैयारी में हैं. इस पारिवारिक टकराव का असर राजद और महागठबंधन पर क्या होगा, यह आने वाला वक्त बताएगा.

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