भागलपुर. सुलतानगंज प्रखंड के महेशी पंचायत के दियारा क्षेत्र कल्याणपुर और मोतीचक नवटोलिया में गंगा की बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
इन हालातों में स्कूली बच्चों की स्थिति चिंता बढ़ा रही है. बच्चे जान जोखिम में डालकर टिन की चादरों से बनी नावों पर बैठकर गंगा की तेज धारा पार कर स्कूल पहुंच रहे हैं. नावें डगमगाती हैं. बच्चे बैग लेकर बैठते हैं. स्कूल पहुंचने पर राहत की सांस लेते हैं. लौटते समय फिर वही डर.
बच्चों के सामने दो ही रास्ते हैं. या तो स्कूल जाएं और जान जोखिम में डालें. या फिर घर पर रहें और नाम कटने, मास्टर साहब की डांट और पढ़ाई से वंचित होने का डर सहें. एक छात्र ने कहा, “अगर स्कूल नहीं जाएंगे तो नाम काट देंगे, मास्टर साहब डांटते हैं.”
प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर नवटोलिया (वार्ड संख्या 13) के प्रधानाध्यापक लालू मंडल ने बताया कि उन्होंने इस गंभीर स्थिति की लिखित सूचना सुलतानगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दी है. लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह त्रासदी हर साल दोहराई जाती है. प्रशासनिक उदासीनता और नेताओं के वादों के सिवा कुछ नहीं बदलता. बाढ़ के बाद कोई लौटकर नहीं आता. विकास की बातें सिर्फ भाषणों में रह जाती हैं.
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