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Bokaro : डांडिया महोत्सव बन गया आर्केस्ट्रा का रंगमंच, बोकारो में हिंदू धर्मनिष्ठों ने जताई नाराजगी!

बोकारो: नवरात्र के पावन अवसर पर संस्कृति और भक्ति का मजाक बनता दिख रहा है. बोकारो के विभिन्न क्षेत्रों में डांडिया महोत्सव के नाम पर आयोजित आर्केस्ट्रा कार्यक्रमों में मां दुर्गा की स्तुति और पारंपरिक गरबा-डांडिया की जगह अश्लील और फूहड़ गानों पर नृत्य किया जा रहा है. इस घटना ने स्थानीय लोगों और समाजसेवियों में भारी नाराजगी पैदा कर दी है.

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स्थानीय भाजपा नेता विवेक सिंह ने कहा कि डांडिया महोत्सव के नाम पर ऐसी हरकतें हमारी संस्कृति का अपमान हैं. उन्होंने प्रशासन से इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता विक्की राय ने कहा कि आर्केस्ट्रा कार्यक्रम करना कोई अपराध नहीं है, लेकिन इसे डांडिया और गरबा का नाम देकर आयोजित करना धार्मिक भावना का अपमान है.

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स्थानीय निवासी भी इस घटना से आहत हैं. उन्होंने कहा कि नवरात्र जैसी पवित्र परंपरा को सम्मान के साथ मनाना चाहिए. किसी भी प्रकार का अश्लील प्रदर्शन और फूहड़ नृत्य संस्कृति के लिए हानिकारक है. वहीं आयोजक पक्ष का कहना है कि यह सिर्फ मनोरंजन का हिस्सा है और किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का इरादा नहीं था.

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इस विवाद ने बोकारो में नवरात्र महोत्सव के आयोजनों की वैधता और उद्देश्य पर बहस शुरू कर दी है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पवित्र त्योहारों में ऐसे कार्यक्रम उचित हैं. प्रशासन ने फिलहाल आयोजनों की मॉनिटरिंग बढ़ा दी है और सांस्कृतिक आयोजनों में पारंपरिक गरबा-डांडिया का सम्मान बनाए रखने की चेतावनी दी है.

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विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों में भक्ति और मनोरंजन का संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है. गलत ढंग से आयोजित कार्यक्रम न सिर्फ स्थानीय संस्कृति को प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि लोगों में असंतोष भी पैदा कर सकते हैं. बोकारो में यह घटना अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है.

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वन और सांस्कृतिक विभाग ने आयोजकों से कहा है कि पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए ही महोत्सव आयोजित करें. यदि आवश्यक हुआ तो प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करने से भी नहीं हिचकेगा. स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में नवरात्र महोत्सव भक्ति और संस्कृति के अनुरूप मनाए जाएंगे.

रिपोर्ट: अनिल कुमार, बोकारो.