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Jharkhand: सरायकेला-खरसावाँ के बारे में Full Information

सरायकेला-खरसावाँ : सांस्कृतिक वैभव, ऐतिहासिक धरोहर और औद्योगिक विकास की भूमि

झारखंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित सरायकेला-खरसावाँ जिला अपनी प्रसिद्ध छऊ नृत्य (Chhau Dance), ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक औद्योगिक केंद्रों के लिए जाना जाता है। यह जिला जहाँ एक ओर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक पहचान से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नाम कमा रहा है, वहीं दूसरी ओर जमशेदपुर के समीप होने के कारण औद्योगिक विकास की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

यहाँ की आदिवासी परंपराएँ, लोक-कलाएँ, घने जंगल और खनिज संसाधन, सब मिलकर इसे झारखंड के प्रमुख जिलों में शामिल करते हैं।
2001 ई. में इस जिले का गठन किया गया | 1620 ई. में विक्रम सिंह ने स्वतंत्र सरायकेला राज्य की स्थापना की थी |

स्थिति:

स्थान: झारखंड के दक्षिणी भाग में

प्रमंडल: कोल्हान प्रमंडल (मुख्यालय — चाईबासा)

जिला मुख्यालय: सरायकेला

स्थापना: 1 अप्रैल 2001 (पश्चिमी सिंहभूम से अलग होकर)

सीमाएँ:

उत्तर: रांची जिला

दक्षिण: पश्चिम सिंहभूम

पूर्व: जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम)

पश्चिम: खुंटी जिला

भौगोलिक व जनसांख्यिकीय जानकारी:

क्षेत्रफल: ~2,657 वर्ग किमी

जनसंख्या (2011): 10,65,056

पुरुष: ~5,37,983

महिलाएँ: ~5,27,073

जनसंख्या घनत्व: ~401 व्यक्ति/वर्ग किमी

लिंगानुपात: 980

साक्षरता दर: 68.85%

पुरुष: ~80%

महिलाएँ: ~57%

राजनीतिक संरचना:

लोकसभा क्षेत्र: सिंहभूम (ST आरक्षित)

विधानसभा क्षेत्र:

  1. सरायकेला (ST)
  2. खरसावाँ (ST)

जातीय अनुपात (अनुमानित):

ST (जनजातीय): ~40% (मुख्यतः हो, संथाल, मुंडा, भूमिज)

SC: ~6%

OBC: ~28%

अन्य: ~26% (सवर्ण, मुस्लिम, अन्य समुदाय)

प्रमुख भाषाएँ:

हिंदी

हो भाषा

संथाली

उराँव

बंगाली

अंग्रेज़ी

नागपुरी, स्थानीय बोलियाँ

प्रमुख फसलें:

धान

मक्का

गेहूँ

तिलहन (सरसों, तिल)

दलहन (चना, अरहर)

सब्जियाँ

बाड़ी खेती (फल, कंद)

प्रमुख नदियाँ:

सुवर्णरेखा नदी

खारसावाँ नदी

अन्य छोटी धाराएँ व नाले

पर्यटन स्थल व धार्मिक केंद्र:

सरायकेला राजमहल — ऐतिहासिक स्थल

छऊ नृत्य महोत्सव (अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त)

खरसावाँ शहीद स्थल

डालमा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी (निकटवर्ती)

सुवर्णरेखा नदी घाट

मंदिर, मठ, स्थानीय धार्मिक स्थल

औद्योगिक व विकास परियोजनाएँ:

औद्योगिक इकाइयाँ — स्टील, ऑटोमोबाइल सप्लाई

लघु व मध्यम उद्योग

हस्तशिल्प उद्योग

खनिज आधारित उद्योग

ग्रामीण पर्यटन विकास

छऊ नृत्य के प्रचार-प्रसार हेतु सांस्कृतिक हब विकास

शिक्षा:

Government Polytechnic, Adityapur

NIT जमशेदपुर (निकटवर्ती)

Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya

Model Schools

अन्य CBSE / झारखंड बोर्ड के विद्यालय

संस्कृति और परंपराएँ:

प्रसिद्ध छऊ नृत्य — UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त

लोक नृत्य, लोकगीत

प्रमुख पर्व: सरहुल, करमा, हो, छऊ महोत्सव, होली, दीपावली, दुर्गा पूजा

पारंपरिक हथकरघा व हस्तशिल्प

आदिवासी आभूषण व शिल्प कला

विशेषताएँ:

छऊ नृत्य की अंतरराष्ट्रीय पहचान

ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत

खनिज संपदा व औद्योगिक विकास

जमशेदपुर से समीप — औद्योगिक लाभ

ग्रामीण पर्यटन व सांस्कृतिक पर्यटन की नई संभावनाएँ

कोल्हान क्षेत्र का प्रमुख उभरता जिला

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