देवघर : आस्था, आध्यात्म और आधुनिकता का संगम, देवघर झारखंड राज्य का एक प्रमुख सांस्कृतिक, धार्मिक एवं प्रशासनिक जिला है, जिसे “बाबा बैद्यनाथ धाम” के कारण भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक के रूप में विशेष मान्यता प्राप्त है। यह ज़िला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि तेजी से स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में विकास करता हुआ झारखंड का एक उभरता हब है। यह सांवतंत्र्य भारत में पंचतीर्थों में गिना जाने वाला क्षेत्र है।
इस जिले की स्थापना 1981 में हुई |
स्थिति:
स्थान: झारखंड के उत्तर-पूर्वी भाग में
प्रमंडल: संथाल परगना
मुख्यालय: देवघर नगर
स्थापना: 1 जून 1981 (दुमका से अलग होकर)
सीमाएं:
उत्तर: बिहार का बांका जिला
दक्षिण: दुमका
पूर्व: जामताड़ा
पश्चिम: गिरिडीह
भौगोलिक व जनसांख्यिकीय जानकारी:
क्षेत्रफल: 2,478 वर्ग किमी
जनसंख्या (2011): 14,91,879
पुरुष: 7,74,661
महिलाएँ: 7,17,218
जनसंख्या घनत्व: 602 व्यक्ति/वर्ग किमी
लिंगानुपात: 926
साक्षरता दर: 64.85%
पुरुष: 76.66%
महिलाएं: 52.09%
राजनीतिक संरचना:
लोकसभा क्षेत्र: गोड्डा
विधानसभा क्षेत्र: कुल 3
- देवघर (SC आरक्षित)
- मधुपुर
- सारठ
जातीय अनुपात (अनुमानित):
SC (दलित): ~14-16%
ST (जनजातीय): ~12-14% (मुख्यतः संथाल)
OBC: ~40%
अन्य: ~30% (सवर्ण, मुस्लिम, अन्य समुदाय)
प्रमुख भाषाएँ:
हिंदी (खोरठा), संथाली, अंगिका, मैथिली, उर्दू, बंगला, अंग्रेज़ी
प्रमुख फसलें:
धान
गेहूं
मक्का
दलहन (अरहर, मसूर)
सब्जियाँ
औषधीय पौधों की भी खेती (कच्चे औषधीय जड़ी-बूटियाँ)
प्रमुख नदियाँ:
अजय नदी
मायूराक्षी
पथरचट्टा
गेरुआ
पर्यटन स्थल व धार्मिक केंद्र:
बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर: 12 ज्योतिर्लिंगों में एक, श्रद्धालुओं की भारी भीड़
नौलखा मंदिर: रानी चारुशिला द्वारा निर्मित, प्रसिद्ध स्थापत्य कला
त्रिकूट पर्वत: प्राकृतिक सौंदर्य, रोपवे सेवा
तपोवन: ऋषियों की तपोभूमि, गुफाएं और प्राकृतिक रमणीयता
रिखिया आश्रम: अनंत योग पीठ (स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा स्थापित)
बसुकीनाथ मंदिर: समीपस्थ धार्मिक केंद्र (दुमका सीमा पर)
शिवगंगा सरोवर: बाबा मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा वाला स्थल
श्रावणी मेला: सावन माह में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक मेला
औद्योगिक व विकास परियोजनाएँ:
AIIMS देवघर: झारखंड का पहला अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
देवघर एयरपोर्ट: चालू — उत्तर झारखंड का पहला वायुमार्ग
इंडस्ट्रियल पार्क (निरसा रोड) — निर्माणाधीन
रेलवे परियोजना: जसीडीह जंक्शन — देवघर को कोलकाता, दिल्ली, पटना आदि से जोड़ता है
Smart City योजना में सम्मिलित
बाबा धाम कॉरिडोर विकास परियोजना
शिक्षा:
AIIMS-Deoghar
Ramakrishna Mission Vidyapith (दुमका मार्ग)
Deoghar College, A.S. College, Polytechnic Institute
कस्तूरबा विद्यालय, Jawahar Navodaya Vidyalaya
Numerous CBSE/ICSE Schools
संस्कृति और परंपराएँ:
सावन माह में कांवड़ यात्रा – बिहार, बंगाल, नेपाल से लाखों श्रद्धालु
संथाली, मैथिली, अंगिका, खोरठा लोक संस्कृति का संगम
त्योहार: श्रावणी मेला, सरहुल, करम, छठ, दुर्गा पूजा, ईद, दीपावली
लोक संगीत और नृत्य: मांदर, ढाक, संथाली नृत्य
स्थानीय कला: पत्थर मूर्ति, बांस शिल्प
विशेषताएँ:
भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक – बैद्यनाथ धाम का नगर
AIIMS और एयरपोर्ट के माध्यम से स्वास्थ्य और यातायात के क्षेत्र में क्रांतिकारी विकास
श्रावणी मेला – एशिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक
शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत ढांचे में लगातार प्रगति
संथाल परगना का धार्मिक व सांस्कृतिक हृदय स्थल
रोपवे और पर्वतीय पर्यटन से प्राकृतिक आकर्षण
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