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गाजियाबाद: भक्तिमय हो चुका है पंचवटी पार्क, जन्माष्टमी के आयोजन का भक्तों को इंतज़ार

गाजियाबाद: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हर वर्ष भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. यह दिन भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र होता है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन की पूजा और भक्ति से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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वसुन्धरा सेक्टर वन में पिछले साल की तरह इस बार भी भव्य जन्माष्टी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन की चर्चा पूरे गाजियाबाद में हो रही है. आयोजन की मुख्य बात यह है कि इस आयोजन में प्रत्येक कार्य निवासी अपने हाथों से करते हैं. भोजन बनाने से लेकर झांकी सजाने तक किसी प्रोफेशनल की मदद के बजाए स्थानीय भक्त स्वत: करते हैं.

पिछले एक हफ्ते से वसुंधरा सेक्टर वन का पंचवटी पार्क भक्तिमय माहौल से गूंज रहा है. वसुंधरा सेक्टर वन के अधिकांश घरों में आजकल रोज शाम को भजन कीर्तन चल रहा है. जन्माष्टी की शाम को स्थानीय भक्त शाम से ही भजन कीर्तन का आयोजन करने वाले हैं. करीब दो सौ से अधिक भक्त एक साथ एक रस में कीर्तन करेंगे.

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बच्चों द्वारा कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. नन्हे मुन्ने बच्चों की झांकी निकाली जाएगी. अभी से ही पंचवटी पार्क के आसपास भक्तिमय माहौल बना हुआ है.

जन्माष्टमी के अवसर पर की जाने वाली पूजा में कुछ खास नियम और विधियां होती हैं, जिनका पालन करने से पूजा का प्रभाव बढ़ जाता है और भगवान की कृपा प्राप्त होती है.

इस दिन व्रत रखना, भगवान की प्रतिमा या चित्र की आराधना करना, और श्रद्धा से भजन-कीर्तन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. साथ ही पूजा के दौरान शुद्धता और सादगी का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जन्माष्टमी के ये नियम न केवल पूजा को सफल बनाते हैं, बल्कि मन और आत्मा को शुद्ध कर अगले साल तक सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी देते हैं. ऐसे में इन नियमों का सही तरीके से पालन करना हर भक्त के लिए जरूरी है.

  • बालगोपाल पर न चढ़ाएं मुरझाए हुए फूल
  • गाय को न सताएं
  • तुलसी की पत्तियां न तोड़ें
  • पीले वस्त्र पहनें
  • चावल, प्याज, लहसुन आदि न खाएं
  • बुजुर्गों का सम्मान करें

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