कासगंज: कासगंज जिले के पटियाली क्षेत्र के निचले इलाको में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से गंभीर स्थिति बन गई है. नदी का पानी क्षेत्र के राजेपुरकुर्रा, नगला नरपत, नगला दुर्जन, नगला जयकिशन, मूजखेडा, नगला हंसी, नगला दिपी, नगला चतुरी,नगला जैली, नगला नैनसुख सहित कई गांवों के रिहायशी इलाकों में घुस चुका है. गलियों और सड़कों पर पानी भर जाने से दैनिक कामकाज ठप हो गए हैं. कासगंज: DM की छापेमारी में सरकारी कर्मचारियों की खुली पोल
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों पर पड़ रहा है. इन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना मुश्किल हो गया है. राहत और बचाव कार्य धीमी गति से चल रहे हैं. लोगों को केवल प्रशासन द्वारा चलाई गई नावों, स्टीमरो और स्वंय के ट्रैक्टरों से आवागमन करना पड़ रहा है.
गाँवों में जगह-जगह गंदा पानी जमा होने से हैजा, टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. लोगों को खाना बनाने और पीने के साफ पानी की भी समस्या हो रही है. कच्चे और जर्जर मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है.
बाढ़ के कारण स्कूल बंद हैं. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. दिहाड़ी मजदूर व किसान अपनी रोजी-रोटी खो चुके हैं. उनकी फसलें डूब गई हैं. कासगंज: रिश्वतखोरी में 4 पुलिस वाले सस्पेंड
पशुपालक भी इस बाढ़ से परेशान हैं. मवेशियों के लिए हरे चारे समस्या भी उत्पन्न हो गई है. भूसा भंडारण मे भी पानी पहुंचना से अधिक परेशानी है. उन्हें सुरक्षित जगह भी नहीं मिल पा रही है.
ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की है. उनका कहना है कि अभी तक दी गई सहायता पर्याप्त नहीं है. उन्होंने सरकार से राशन, पीने का पानी, दवाएं और नावों की व्यवस्था तुरंत बढ़ाने की अपील की है.
एसडीएम पटियाली ने बताया संबंधित क्षेत्रों मे राहत कार्य तेजी से कराए जा रहे है. वही इस दौरान फैलने वाली बीमारियो से बचाब को स्वास्थ्य टीमो का गठन कराया गया है. जो क्षेत्र मे जा स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराईगी.
स्वास्थ्य सुविधाओ के सम्बंध मे सीएचसी अधीक्षक डॉ० आकाश का कहना है,प्रभावित क्षेत्रो में सुविधाओ हेतु 10 टीमे गठित की गई,जिसमें प्रत्येक टीम मे 2 स्वास्थ्य कर्मियो की ड्यूटी लगाई गई है. जो क्षेत्र मे जा दवा वितरण आदि सुविधाए देंगे.
रिपोर्ट अंकित गुप्ता कासगंज
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