बेतिया: पर्व-त्योहारों के मौसम में जहां बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ बढ़ जाती है, वहीं देर रात घर लौटने वाले नागरिकों, खासकर महिलाओं के सामने सुरक्षा को लेकर कई चिंताएं खड़ी हो जाती हैं. इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बेतिया पुलिस ने एक साहसिक और सराहनीय पहल की है, जो न केवल महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी राहत का काम करेगी.
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शनिवार को बेतिया सदर के एसडीपीओ विवेक दीप ने दो रात्रि बसों को झंडी दिखाकर रवाना किया. ये बसें अब रोज़ाना रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नगर के प्रमुख चौक-चौराहों और मार्गों पर संचालित होंगी. इस सेवा का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि देर रात घर लौटने वाले लोगों, विशेष रूप से महिलाओं, छात्राओं, और कामकाजी वर्ग को सुरक्षित और निशुल्क परिवहन की सुविधा मिल सकेगी.
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एसडीपीओ विवेक दीप ने जानकारी देते हुए कहा कि यह सेवा पूरी तरह नि:शुल्क होगी और इसका उद्देश्य त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है. उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता महिलाओं की सुरक्षा है. इस सेवा के जरिए हम उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि पुलिस उनके साथ है और वे बिना डर के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
बेतिया पुलिस की यह पहल जिले में पहली बार की गई है, और इसके लिए जनता की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. स्थानीय लोगों में इस नई व्यवस्था को लेकर उत्साह देखा जा रहा है. बहुत से लोगों का मानना है कि यह सेवा रात के समय सड़क पर सुरक्षा की भावना को मजबूत करेगी और अपराध पर भी लगाम लगेगी.
इस बस सेवा का संचालन ऐसे मार्गों पर किया जाएगा, जहां आमतौर पर देर रात आवाजाही होती है. पुलिस का मानना है कि इस पहल से खासकर महिलाएं खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगी, और उन्हें अकेले सफर करने में डर नहीं लगेगा.
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त्योहारों के इस व्यस्त मौसम में बेतिया पुलिस द्वारा शुरू की गई यह सेवा न केवल एक सुरक्षा उपाय है, बल्कि यह नागरिकों के प्रति पुलिस की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का प्रतीक भी है. यह एक ऐसा कदम है, जिसे अन्य जिलों में भी अपनाया जाना चाहिए.
यह पहल पुलिस और जनता के बीच भरोसे की नई नींव रख सकती है और रात्रिकालीन परिवहन को लेकर जो डर और असुरक्षा की भावना थी, उसमें निश्चित रूप से कमी आएगी.
रिपोर्ट: अजय शर्मा, बेतिया.