तेजप्रताप यादव ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में अपने भाई और RJD नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार के सच्चे जननायक कर्पूरी ठाकुर और लोहिया हैं, जबकि तेजस्वी यादव केवल अपने पिता लालू प्रसाद यादव के बूते हैं. तेजप्रताप ने जोर देकर कहा कि जब तेजस्वी अपने दम पर आएंगे तभी उन्हें जननायक कहा जा सकता है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे कभी RJD में लौटेंगे नहीं और अपनी नई राजनीतिक यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
तेजप्रताप ने महुआ का दौरा जारी रखते हुए वहां की जनता से मिले जबरदस्त समर्थन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि महुआ में वे एक इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करेंगे और साथ ही क्रिकेट स्टेडियम बनवाएंगे, जिसमें इंडिया-पाकिस्तान का मैच भी आयोजित किया जाएगा. यह कदम उन्होंने विकास और खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाने का संकेत दिया.
मोदी की सभा में लालटेन युग और LED लाइट पर पूछे गए सवालों पर तेजप्रताप ने कहा कि LED लाइट तो उनकी गाड़ी में भी है. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि लालटेन युग का अंत होगा या नहीं, यह सिर्फ वही लोग बता सकते हैं. इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि वे RJD का हिस्सा नहीं हैं और उनका लक्ष्य केवल जनता के लिए काम करना है.
तेजप्रताप के बयान में स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी है कि वे सत्ता या किसी पार्टी के नाम पर नहीं, बल्कि विकास, खेल और शिक्षा पर ध्यान दे रहे हैं. उनका फोकस महुआ के युवाओं और स्थानीय विकास पर है, जबकि वे परिवार और सिद्धांत के प्रति अपनी वफादारी बनाए रख रहे हैं. तेजप्रताप यादव की यह सक्रियता उनके नए राजनीतिक मंच को मजबूत करने और स्थानीय जनता के बीच अपनी पहचान बनाने की रणनीति के तौर पर देखी जा रही है.
Bihar Election : रोती हुईं निकलीं महिलाएं… मोदी की सभा में गहनों की चोरी से मचा हड़कंप!
यह बयान तेजप्रताप यादव की राजनीतिक पोजिशन और परिवारिक समीकरणों को भी दर्शाता है, साथ ही महुआ क्षेत्र में उनकी विकास योजनाओं और खेल-संबंधी महत्वाकांक्षाओं को सामने लाता है.

























