पटना में लालू यादव परिवार की सियासी खींचतान एक बार फिर खुलकर सामने आई है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों लालू यादव की छत्रछाया में हैं. जो लोग तेजस्वी को जननायक बता रहे हैं, वे गलत हैं. जननायक वही होता है जो अपने बूते कुछ कर दिखाए.
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तेजप्रताप ने कहा कि उनके ऊपर पिता की नहीं, बल्कि बिहार के युवाओं, महिलाओं और गरीबों की छत्रछाया है. उन्होंने तेजस्वी को चुनौती दी कि वे अपने दम पर कुछ करके दिखाएं, तभी उन्हें जननायक माना जा सकता है. तेजप्रताप ने दावा किया कि वे लगातार महुआ का दौरा कर रहे हैं और जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि महुआ में इंजीनियरिंग कॉलेज और क्रिकेट स्टेडियम बनवाएंगे तथा इंडिया-पाकिस्तान मैच आयोजित कराएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में ‘लालटेन युग’ पर सवाल पूछे जाने पर तेजप्रताप ने तंज कसते हुए कहा कि LED लाइट तो उनकी गाड़ी में भी लगी है, वे लालटेन में नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसका अंत होगा, यह जनता तय करेगी.
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तेजप्रताप ने यह भी साफ कर दिया कि वे किसी भी हालत में आरजेडी में वापस नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि मर जाऊंगा लेकिन आरजेडी में वापसी नहीं करूंगा. सत्ता की भूख मुझे नहीं है, मेरे लिए आत्मसम्मान सबसे बड़ा है.
तेजप्रताप इस बार अपनी नई पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ से महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वे वर्तमान में हसनपुर से विधायक हैं. महुआ में उनका मुकाबला आरजेडी उम्मीदवार मुकेश कुमार से है, जिन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू की आशमा परवीन को 13,687 वोटों से हराया था. तेजप्रताप के बयानों से बिहार की सियासत में हलचल मच गई है और एक बार फिर लालू परिवार की अंदरूनी लड़ाई सुर्खियों में आ गई है.


























