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पप्पू यादव की फिर बेइज्जती: चौबे जी छब्बे जी बनने चले थे, दुबे जी बनके रह गए!

नई दिल्ली: चौबे जी छब्बे जी बनने चले थे, दुबे जी बनके रह गए” पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के साथ आज यही हो गया है. कांग्रेस में लगातार इन्हें सार्वजनिक बेइज्जती का सामना करना पड़ रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी यात्रा के दौरान आपने देखा होगा इन्हें कई बार सार्वजनिक बेइज्जती कांग्रेस में हुआ. अभी चंद दिनों पहले कांग्रेस के कार्यालय में धरना दे रहे कांग्रेसियों ने भी विरोधी नारें लगाए. आज बिहार की हार की समीक्षा बैठक में कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में समीक्षा बैठक हुआ है. इस बैठक से कई खबरें निकली हैं. पप्पू यादव अपने सोशल मीडिया फेसबुक पर इंदिरा भवन में जाते हुए का फोटो शेयर किये और लिखे कि हम बैठक में जा रहे हैं.

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समीक्षा बैठक में शामिल सूत्रों के मुताबिक पप्पू यादव को बैठक में हिस्सा नहीं लेने दिया गया. अब दबे जुबान सभी बिहार के कांग्रेसी नेता कह रहे हैं कि चौबे जी छब्बे जी बनने चले थे, दुबे जी बनके रह गए.

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बिहार समीक्षा बैठक में हंगामा

सूत्रों के मुताबिक बिहार की हार की समीक्षा बैठक में कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में जोरदार हंगामा हो गया. वैशाली से प्रत्याशी इंजीनियर संजीव और पप्पू यादव के करीबी पूर्णिया के प्रत्याशी जितेंद्र कुमार के बीच जमकर कहा सुनी और गाली गलौज हुआ. वैशाली से प्रत्याशी इंजिनियर संजीव ने गोली मारने की धमकी दी.

इंजीनियर संजीव ने खुलेआम धमकी देते हुए कहा कि पार्टी में बाहर से प्रत्याशियों को लाकर टिकट दिया गया। इसपर जब पूर्णिया के प्रत्याशी ने विरोध किया तो इंजीनियर संजीव ने मुंह में गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद जबरदस्त हंगामा हो गया।

ये सब मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के बैठक में आने से पहले हुआ। लेकिन इसकी जानकारी जैसे ही दोनों नेताओं को हुई तो दोनों ही नेताओं ने सख्त लहजे में इंजीनियर संजीव और इसका साथ देने वाले लोगों से कहा कि पार्टी में लोग आते जाते रहते हैं लेकिन इस तरह का अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

कन्हैया कुमार का चुनाव में इस्तेमाल नहीं करने को उठाया गया मुद्दा
कुछ नेता ने ये भी कहा कि पूरे बिहार में प्रभाव रखने वाला कोई नेता नहीं थ. कन्हैया कुमार जैसे नेताओं का इस्तेमाल नहीं किया गया. इसका भी खामियाजा हुआ. सलाह आई कि नए नेता आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. कुछ ने ये भी कहा कि आरजेडी से गठबंधन नहीं होता तो भी पार्टी की इतनी खराब हालत नहीं होती. गठबंधन बेहद देर से हुआ. सीट बंटवारे में और सिंबल देने में बहुत समय लिया गया.

बिहार समीक्षा बैठक में संगठन प्रभारी शामिल नहीं

बिहार चुनाव में हार की समीक्षा बैठक में आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने वास्तविक फीडबैक लेने के लिए एक अलग तरह का प्रयोग किया. फीड बैक की बैठक में संगठन महासचिव और प्रभारी तक को भी शामिल नहीं किया गया है. सिर्फ खरगे और राहुल गांधी प्रत्याशियों और वर्तमान विधायक से मिले हैं। पहले सभी वर्तमान विधायक से अलग अलग ये दोनों नेता मिले हैं।