औरंगाबाद जिले के रफीगंज में आयोजित चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि “पहले वाले लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते थे, बिहार के लिए नहीं. जब सत्ता से हटे तो अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया.”
Bihar Election : राजनाथ सिंह बोले — एनडीए लाएगा स्थिरता और सुशासन, यही बिहार की जरूरत है!
मुख्यमंत्री ने 2005 से पहले के बिहार की स्थिति याद दिलाते हुए कहा कि उस समय भय, भ्रष्टाचार और अराजकता का माहौल था. उन्होंने कहा, “तब न इलाज की व्यवस्था थी, न सड़क, न बिजली और न शिक्षा. लोग शाम के बाद घर से निकलने से डरते थे, लेकिन आज हर वर्ग के लिए काम हुआ है और बिहार विकास की राह पर है.”
नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए सरकार ने कानून का राज स्थापित किया और हर समुदाय की सुरक्षा का ध्यान रखा. उन्होंने बताया कि 2006 में कब्रिस्तानों की घेराबंदी, और 2016 में 60 वर्ष पुराने हिंदू मंदिरों की घेराबंदी कराई गई ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे.
रोजगार के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि 2020 में 10 लाख नौकरियों का वादा किया था, जो अब पूरा हो चुका है. साथ ही, 40–50 लाख लोगों को रोजगार मिला है और अगले 5 साल में 1 करोड़ रोजगार देने का लक्ष्य तय किया गया है.
महिला सशक्तिकरण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पंचायती राज में 50%, पुलिस और सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण महिलाओं को दिया गया. उन्होंने बताया कि ‘जीविका’ समूह की संख्या अब 1 करोड़ 40 लाख तक पहुंच गई है.

























