मोतिहारी: नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगाए जाने के बाद भड़के विरोध ने अब गंभीर राजनीतिक संकट का रूप ले लिया है. सरकार ने बीती रात बैन हटा दिया, लेकिन इसके बावजूद जनता का गुस्सा शांत नहीं हुआ. राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए और व्यापक हिंसा की घटनाएं हुईं.
Munger : चुनाव से पहले अपराधियों पर टूटा पुलिस का कहर!
आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास पर धावा बोल दिया. संसद भवन में आगजनी और तोड़फोड़ की गई, वहीं राष्ट्रपति आवास पर कब्जा कर उसे आग के हवाले कर दिया गया. पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के घर पर हमला हुआ, जबकि गृहमंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री समेत कई मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दे दिया. ओली सरकार के कई वरिष्ठ नेताओं के आवासों पर भी हमले हुए.
Politics : अगर बुलो मंडल वोट मांगने आए तो चप्पल-मुंह में मारो, झाड़ू से भगा दो!
इस बीच हालात काबू से बाहर होते देख प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इस्तीफ़ा दे दिया. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि काठमांडू के मेयर बालेन शाह को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है.
Politics : अश्विनी चौबे और बाग़ी कुर्सी की कहानी – गिरते ही सोशल मीडिया पर वायरल!
नेपाल के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, बावजूद इसके हिंसा और आगजनी का सिलसिला थम नहीं रहा है. प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर उतरे हुए हैं और सरकारी संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं.
नेपाल की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं. सीमा से सटे इलाकों में गश्त और चेकिंग बढ़ा दी गई है. नेपाल से सटे भारतीय कस्बों में आवाजाही लगभग ठप हो गई है.
Bihar : चुनाव से पहले नीतीश का मास्टर स्ट्रोक: 25 बड़े फैसलों पर मुहर!
लगातार बढ़ते विरोध प्रदर्शनों से नेपाल का राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है और हालात काबू में आने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं.
रिपोर्ट: ब्रजेश झा, मोतिहारी.