नालंदा: हिलसा थाना क्षेत्र के मलावां गांव में गुरुवार को उस समय हालात बेकाबू हो गए, जब सड़क हादसे में मारे गए नौ लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और स्थानीय विधायक प्रेम मुखिया पर आक्रोशित ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. गुस्साई भीड़ ने दोनों नेताओं पर ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे अफरातफरी मच गई. जान बचाने के लिए दोनों नेताओं को एक किलोमीटर तक पैदल भागना पड़ा. इस दौरान सुरक्षा में तैनात एक स्कॉर्ट जवान घायल हो गया. घटना के बाद पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
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गौरतलब है कि बीते शनिवार 23 अगस्त को शाहजहांपुर थाना क्षेत्र में टैंकर और ऑटो की आमने-सामने टक्कर में नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. सभी मृतक मलावां गांव के रहने वाले थे और गंगा स्नान के लिए निकले थे. इस भीषण हादसे ने पूरे गांव को शोक और मातम में डुबो दिया.
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हादसे के पांच दिन बाद मंत्री और विधायक जब पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों का कहना था कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद पांच दिनों तक न तो कोई मंत्री और न ही कोई जनप्रतिनिधि हाल-चाल लेने आया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला होने के बावजूद इस तरह की उपेक्षा से गांववाले आहत और नाराज थे. इसी गुस्से के चलते नेताओं को विरोध और हमले का सामना करना पड़ा.
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स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया है. फिलहाल माहौल तनावपूर्ण जरूर है, लेकिन नियंत्रण में बताया जा रहा है. अधिकारी लगातार गांव की निगरानी कर रहे हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया जा रहा है.