लखीसराय: पटना में हुए लाठीचार्ज और जनवितरण प्रणाली डीलरों के प्रदेश नेता अंबिका यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ सोमवार की देर शाम लखीसराय में पीडीएस दुकानदारों ने कैंडल मार्च निकाला. विद्यापीठ चौक से शुरू हुआ यह मार्च शहर की मुख्य सड़कों से होते हुए शहीद द्वार पर जाकर समाप्त हुआ. इस दौरान डीलरों ने “कमीशन में दम नहीं, तीस हजार रुपए से कम नहीं”, “नीतीश सरकार हाय-हाय” और “एनडीए सरकार मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए.
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जन वितरण विक्रेता संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह और प्रदेश नेता ओंकार नाथ मुन्ना ने कहा कि 22 अगस्त को पटना में शांतिपूर्ण पदयात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन ने डीलरों पर लाठीचार्ज किया था. इस दौरान संगठन के गांधी कहे जाने वाले अंबिका यादव समेत 10 डीलरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब आंदोलन और तेज होगा.
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डीलरों ने सरकार से पांच सूत्री मांगें रखीं. इनमें प्रति माह कमीशन 30 हजार रुपए करने, गुजरात मॉडल पर उन्हें सरकारी कर्मी घोषित करने, लाइसेंसी साझेदारी में उम्र सीमा खत्म कर नॉमिनी को अधिकार देने, दुकानदारों के लिए पेंशन योजना लागू करने और गिरफ्तार डीलरों की तत्काल रिहाई शामिल है.
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नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं की गईं तो पूरे राज्य में डीलर आंदोलन और उग्र होगा. उन्होंने कहा कि पीडीएस दुकानदार गरीबों तक राशन पहुँचाने की कड़ी हैं, लेकिन सरकार उन्हें नज़रअंदाज़ कर रही है.
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इस कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में डीलर और आम लोग शामिल हुए. पूरा इलाका सरकार विरोधी नारों से गूंजता रहा.

रिपोर्ट: कृष्णदेव प्रसाद यादव, लखीसराय.