किशनगंज: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला किशनगंज के सदर अस्पताल में सामने आया है. चुनाव की घोषणा के 72 घंटे बीत जाने के बावजूद अस्पताल परिसर से राजनीतिक पोस्टर, बैनर और होर्डिंग नहीं हटाए गए हैं.

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अस्पताल के दवा काउंटर के पास लगे एक शीशे के फ्रेम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की तस्वीर वाले पोस्टर अब भी दिख रहे हैं. इस बात से साफ है कि चुनाव आयोग के निर्देशों की अनदेखी की जा रही है, जो अस्पताल जैसे सरकारी परिसर में पूरी तरह से प्रतिबंधित है.
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स्थानीय लोगों और मरीजों ने इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और कहा कि सरकारी परिसर में राजनीतिक सामग्री का होना गंभीर उल्लंघन है. आचार संहिता का उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है, लेकिन यहां इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई.
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पोस्टर और बैनर न केवल आचार संहिता का उल्लंघन हैं, बल्कि यह सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग भी है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को तुरंत निर्देशित किया जाना चाहिए कि ये पोस्टर हटाए जाएं और भविष्य में ऐसे उल्लंघन को रोका जाए.
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अस्पताल प्रशासन ने फिलहाल इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है. लेकिन मरीज और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो इसे चुनावी प्रक्रियाओं पर असर डालने वाला माना जा सकता है.
रजी अहमद, किशनगंज.