बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद अब राजनीतिक दलों में बयानबाजी तेज हो गई है. इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और हम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) के प्रमुख जीतनराम मांझी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट कर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया.
मांझी ने लिखा, “सिक्सर में छह गोली होती हैं और हमारे छह उम्मीदवार सिक्सर के उसी कारतूस जैसे हैं, जो किसी भी कीमत पर बिहार में जंगलराज की वापसी नहीं होने देंगे.” उन्होंने आगे कहा कि बिहार के विकास के लिए एनडीए (NDA) की जीत तय है. मांझी ने अपने पोस्ट में रूपक के तौर पर ‘छह गोली’ का जिक्र करते हुए बताया कि पहली गोली जंगलराज पर, दूसरी गोली भय और पक्षपात पर, तीसरी गोली भ्रष्टाचार पर, चौथी गोली दलित अत्याचारियों पर, पांचवीं गोली अपराध पर और छठी गोली नफरत व अंधेरे पर चलनी है.
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मांझी के इस बयान को एनडीए के आत्मविश्वास के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार में जनता ने इस बार रिकॉर्ड मतदान किया है, जो विकास और सुशासन के लिए मतदान था. उनका दावा है कि बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम पर भरोसा जताया है.
वहीं, विपक्षी दल महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए के दावों को खारिज करते हुए कहा कि जनता बदलाव के मूड में है और 14 नवंबर को नतीजे आने पर सब साफ हो जाएगा.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मांझी का यह बयान न सिर्फ एनडीए के आत्मविश्वास को दर्शाता है बल्कि महागठबंधन के खिलाफ सख्त रुख को भी दिखाता है. अब सबकी नजरें 14 नवंबर की मतगणना पर हैं, जब यह तय होगा कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाती है.

























