गयाजी: 6 सितंबर 2025 से शुरू होने वाले पितृपक्ष मेले को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी कर ली है. इस वर्ष मेले में देश-विदेश से 15 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. पितृपक्ष में श्रद्धालु अपने पितरों का पिंडदान, तर्पण और श्राद्धकर्म करने के लिए आते हैं.
Lakhisarai : लाल इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक दिवस का जश्न – संस्कृति, काव्य और भावनाओं का संगम!
जिला प्रशासन ने मेले को 17 सुपर जोन, 43 जोन और 324 सेक्टर में बांटते हुए प्रत्येक सेक्टर में पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और महिला दंडाधिकारी तैनात किए हैं. डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि सभी पदाधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सेवा की प्राथमिकता दी गई है.
Vaishali : आइसक्रीम विवाद से गांव बना रणक्षेत्र… पुलिस गाड़ी तोड़ी, हथियार भी छीने!
गया शहर में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए नया प्लान तैयार किया गया है. बड़े वाहनों का प्रवेश प्रातः 3 बजे से रात्रि 11 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा. रात्रि 11 बजे से प्रातः 3 बजे तक बड़ी बस और ट्रक निर्धारित मार्गों से ही शहर में प्रवेश कर सकेंगे. पटना की ओर से आने वाले वाहनों के लिए रामशीला चौक, बागेश्वरी गुमटी और रेलवे स्टेशन रोड से डोभी की ओर विशेष मार्ग तय किया गया है. वहीं, छोटे वाहनों के लिए रेलवे स्टेशन, चाँद चौरा, घुघरी टॉड़, रामशिला और प्रेतशिला से आने-जाने के अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं.
Motihari : में तेंदुए का आतंक… 2 दिन में 4 लोग जख्मी!
पार्किंग के लिए बड़े और छोटे वाहनों के अलग-अलग स्थल निर्धारित किए गए हैं. बड़ी गाड़ियों के लिए सिकड़िया मोड़ बस स्टैण्ड, गया कॉलेज और कॉलरा अस्पताल मैदान का प्रावधान किया गया है. छोटी गाड़ियों के लिए हरिदास सेमिनरी, केन्दुई सूर्य मंदिर परिसर, आईटीआई/पॉलिटेकनिक कॉलेज मैदान, सीताकुण्ड और लेप्रोसी अस्पताल परिसर आदि तय किए गए हैं. अनुमति प्राप्त वाहनों के लिए भी अलग पार्किंग व्यवस्था की गई है.
Motihari : नेटवर्क पकड़ने नहीं… ससुराल से बचने के लिए बहूजी चढ़ीं टॉवर पर!
जिला प्रशासन ने मेडिकल शिविर, आपातकालीन सेवा और सुरक्षा व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया है. पितृपक्ष मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से अधिकारियों की नियमित निगरानी की जाएगी. साथ ही, यातायात और पार्किंग व्यवस्थाओं को लेकर जिले में व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
Jamui : करमा पूजा में छापेमारी… भीड़ ने पुलिस को पीटा, हथियार छीनने की कोशिश!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं पितृपक्ष मेला की तैयारियों का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की. प्रशासन की यह पूरी तैयारी इस विशाल मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए है.
Politics : रेलवे ठेका दिलाने के नाम पर 54 लाख की वसूली… अब फंसे भाजपा विधायक!
इस वर्ष का पितृपक्ष मेला श्रद्धालुओं के लिए एक व्यवस्थित और सुरक्षित अनुभव देने का लक्ष्य लेकर आयोजित किया जा रहा है. तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे तय मार्ग और पार्किंग स्थल का पालन करें ताकि मेला शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हो सके.
