बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच सियासी सरगर्मी के साथ अब कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो गई है. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने भाजपा, राजद और कांग्रेस — तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों के खिलाफ सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और धार्मिक-जातीय द्वेष फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की है.
EOU के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने इस कार्रवाई की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि इन तीनों दलों के कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स से ऐसे पोस्ट साझा किए गए थे जो धर्म और जाति के आधार पर नफरत फैलाने वाले थे. इस पर चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत केस दर्ज किया गया है.
Bihar Election : राहुल गांधी बोले—वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं मोदी, छठ पूजा भी बना दी राजनीति!
EOU ने सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए विशेष चुनाव सेल बनाया है, जो 24×7 मॉनिटरिंग कर रहा है. इस सेल की टीम तीन शिफ्टों में काम कर रही है ताकि किसी भी आपत्तिजनक या भ्रामक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई हो सके.
EOU के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि चुनाव के दौरान काले धन के इस्तेमाल और फर्जी वीडियो (AI-generated videos) पर भी निगरानी रखी जा रही है. अब तक 21 प्राथमिकी, 6 AI वीडियो केस और चार यूट्यूब चैनलों के खिलाफ भी एक्शन लिया गया है.
कुल 184 आपत्तिजनक पोस्ट हटाए गए हैं, जबकि 135 सोशल मीडिया हैंडल्स और प्रोफाइल्स को निगरानी सूची में रखा गया है. दो लिंक को IT Act की धारा 69(A) के तहत ब्लॉक करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है.
Bihar Election : दरभंगा में गरजे राजनाथ सिंह, बोले- RJD ने बिहार को दुनिया में बदनाम किया!
EOU का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फेक न्यूज, भ्रामक सूचनाएं और डीपफेक वीडियो न केवल आचार संहिता का उल्लंघन हैं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए कार्रवाई सख्ती से जारी रहेगी.


























