बिहार शरीफ मुख्यालय से लेकर रहुई प्रखंड के मोरा तलाव तक रविवार की रात छठ महापर्व की आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला. लोकगीतों की मधुर धुनों और दीपों की टिमटिमाती रोशनी से पूरा इलाका छठ मइया के जयघोष से गूंज उठा.
Bihar : छठ पर्व मनाने सहरसा लौटीं फिल्म अभिनेत्री संचिता वासु, बोलीं— इस मिट्टी से है मेरी पहचान!
पर्व के दूसरे दिन खरना का पावन अनुष्ठान श्रद्धा और पवित्रता के माहौल में संपन्न हुआ. व्रतियों ने दिनभर निर्जला उपवास रखकर शाम में खीर, रोटी, गुड़ और चने की दाल का प्रसाद अर्पित किया. माना जाता है कि खरना का प्रसाद व्रती की तपस्या का प्रथम फल होता है, जिससे चार दिवसीय इस महापर्व का मुख्य चरण आरंभ होता है.
मोरा तलाव, सोहसराय, और गगनदीप घाट सहित शहर के सभी छठ घाटों पर दीपों की जगमगाहट ने मन मोह लिया. श्रद्धालुओं ने घाटों की सफाई, सजावट और सुरक्षा के लिए विशेष इंतज़ाम किए.
वीरेंद्र कुमार, नालंदा.


























