नालंदा: बसपा ने नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली सरकार पर जोरदार हमला बोला है. पार्टी ने राज्य के मुख्यालय सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव में सातों सीटों पर सत्ता बदलने का ऐलान किया. बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शंकर दास (सुरेन दास) और कोनंद के पूर्व मुखिया ने की, जबकि केंद्रीय नेता डॉ. लाल जी वेदांकर और उमाशंकर गौतम ने भी भाग लिया.
बैठक में बसपा नेताओं ने शराबबंदी को पिछलगुओं का अवैध कारोबार बताया और कहा कि जनता को सरकार बनने के छह महीने के भीतर असली बदलाव दिखाई देगा. साथ ही पार्टी ने स्पष्ट किया कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की पार्टी में कोई जगह नहीं होगी, और जिन पर क्रिमिनल केस हैं उन्हें 15 लाख रुपये की सुरक्षित राशि जमा करनी होगी.
केंद्रीय नेतृत्व ने आरोप लगाया कि जीविका योजना की राशि वोट बैंक साधने और जनता से वोट चोरी करने के लिए इस्तेमाल की जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यह चुनाव सत्ता पलट का आंदोलन होगा और बसपा अब चुप नहीं बैठेगी.
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बैठक में प्रदेश सचिव उपाध्यक्ष एकलव्य गौड़, जिला महासचिव बलराम दास, उमेश पंडित समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे. पार्टी ने चुनावी रणनीति पर मुहर लगाई और जनता तक सत्ताधारी सरकार के खिलाफ संदेश पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी है.
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बसपा का यह हमला बिहार की राजनीति में चुनावी हलचल बढ़ा सकता है और आगामी विधानसभा चुनाव को रोचक बनाने की पूरी संभावना है.
रिपोर्ट: वीरेंद्र कुमार, नालंदा.