बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है. गुरुवार रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना में पार्टी नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें चुनाव प्रचार की आगे की रणनीति और हाल की रिपोर्ट पर चर्चा की गई. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि बैठक में स्पष्ट किया गया कि पार्टी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है.
बैठक में उम्मीदवारों की तैयारियों, प्रचार योजनाओं और विभिन्न क्षेत्रों में मतदाता जुड़ाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई. जयसवाल ने कहा कि पार्टी ने चुनावी मैदान में आगे बढ़ने से पहले हर पहलू का मूल्यांकन किया है और प्रत्येक सीट पर सटीक योजना के साथ चुनावी अभियान चलाया जाएगा.
इस बीच, भाजपा ने तेजस्वी यादव पर भी कटाक्ष किया. पार्टी का कहना है कि महागठबंधन के नेता 14 नवंबर के बाद ही रोजगार तलाशने की बातें कर सकते हैं, जबकि भाजपा नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास और स्थिरता पर जोर दे रही है. अमित शाह ने नेताओं को निर्देश दिया कि जनता से सीधे संवाद करें और स्थानीय मुद्दों पर जोर देकर वोटरों का विश्वास हासिल करें.
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विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा का यह कदम महागठबंधन के मुकाबले अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक फैसला है. भाजपा के नेताओं ने यह भी कहा कि चुनावी माहौल में प्रत्येक उम्मीदवार को पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरना होगा, ताकि 14 नवंबर के मतदान तक जनता में पार्टी की छवि और संदेश मजबूत बने.
इस बैठक के बाद भाजपा के नेताओं ने कहा कि आगामी चुनाव में जनता को यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि केवल नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है.