पटना: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार सरकार ने बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किया है. शुक्रवार को 7 IAS अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. इसमें सबसे अहम बदलाव पटना प्रमंडल के कमिश्नर और नगर आयुक्त स्तर पर हुआ है.
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पटना प्रमंडल के कमिश्नर रहे डॉ. चंद्रशेखर को मुख्यमंत्री सचिवालय में सचिव बनाया गया है. इसके साथ ही उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है. चंद्रशेखर पहले से ही नीतीश कुमार के करीबी अफसर माने जाते रहे हैं. हाल ही में पटना कलेक्ट्रेट भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश ने उन्हें अपने बगल में बैठाकर चर्चा बटोरी थी.
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वहीं, पटना नगर निगम के आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर को पटना प्रमंडल का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है. वे बुडको के प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी बने रहेंगे. नगर आयुक्त रहते हुए उनका पटना मेयर के साथ लगातार विवाद चर्चा में रहा था.
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स्वास्थ्य विभाग में अपर सचिव रहे यशपाल मीणा को पटना नगर निगम का नया नगर आयुक्त बनाया गया है. निगम की बैठकों और मेयर-आयुक्त विवाद के बीच उनकी नई तैनाती को अहम माना जा रहा है.
इसके अलावा शीर्षत कपिल अशोक को बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं. उन्हें बिहार राज्य पथ विकास निगम का प्रबंध निदेशक, पथ निर्माण विभाग का अध्यक्ष, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड का विशेष कार्य पदाधिकारी और आपदा प्रबंधन विभाग का प्रबंध निदेशक बनाया गया है. साथ ही कम्फेड का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है.
डॉ. चंद्रशेखर पहले भी कई बार चर्चा में रहे हैं. 2024 में उन्होंने एक BPSC अभ्यर्थी को थप्पड़ मारा था, जिस पर काफी विवाद हुआ. कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई, लापरवाह कर्मचारियों पर सख्ती और कई बार विभागीय विवादों में उनका नाम सामने आता रहा है.
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वहीं शीर्षत कपिल अशोक पहले पटना के नगर आयुक्त और डीएम रह चुके हैं. वे मोतिहारी और मधुबनी के भी डीएम रहे हैं. लिखने-पढ़ने और खेलकूद के शौकीन कपिल अशोक कवि के रूप में भी पहचाने जाते हैं और पटना मैराथन में भी भाग ले चुके हैं.
इन तबादलों को चुनावी तैयारियों और प्रशासनिक कसावट के तौर पर देखा जा रहा है.