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Bihar : MoU के जरिए बिहार के स्कूलों में डिजिटल लर्निंग, छात्रवृत्ति और लाइफ स्किल्स की शुरुआत!

पटना: बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने आज पटना स्थित ललित नारायण मिश्रा प्रबंधन संस्थान (LNMI) में एक विशेष MoU हस्ताक्षर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण, समावेशी और सशक्त शिक्षा प्रणाली को विकसित करने के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों और संगठनों के साथ सहयोग स्थापित करना है. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेन्दर ने कहा कि विभाग का लक्ष्य केवल उपस्थिति तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रत्येक बच्चे को सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने का है. उन्होंने कहा कि इन साझेदारियों के माध्यम से छात्रों को न केवल शिक्षा, बल्कि जीवन और करियर की तैयारी में भी सहायता मिलेगी.

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आज जिन प्रमुख संस्थाओं के साथ समझौते किए गए, वे हैं – Piramal Foundation, SATHEE (IIT Kanpur), Udayan Care, Colgate-Palmolive (CSR Initiative), Sightsavers, Educate Girls, NIELIT Patna, Family Tree Foundation और PRAYOG. ये संस्थाएं विद्यालयों में शिक्षक प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति, डिजिटल लर्निंग, स्वास्थ्य जागरूकता, पर्यावरण शिक्षा, समावेशी शिक्षा और पुस्तकालय सुविधाओं को बढ़ावा देंगी.

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शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में बजट का 20% से अधिक शिक्षा पर व्यय किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये समझौते प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक के विभिन्न आयामों को छूते हैं, जिससे लाखों विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. निदेशक प्राथमिक शिक्षा श्रीमती साहिला ने उपस्थित संस्थाओं और अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जीवन का माध्यम बनेगी.

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कार्यक्रम को वेद ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के डिप्टी डायरेक्टर चंद्र प्रकाश ने संबोधित किया. मौके पर शिक्षा विभाग के अन्य वरीय अधिकारी, सहभागी संस्थाओं के प्रतिनिधि, शिक्षकगण और विद्यार्थी भी मौजूद थे. इस कदम को राज्य में विद्यालयों में नवाचार, समावेश और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है. यह पहल बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त बदलाव और सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी.

रिपोर्ट: शैलेन्द्र पांडेय, पटना.