विधानसभा चुनाव के माहौल में नालंदा जिले के रहुई प्रखंड के दोसुत पंचायत स्थित बनवारीपुर मोरा गांव में ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. गांव के लोगों ने सड़क पर उतरकर “रोड नहीं तो वोट नहीं” का नारा लगाते हुए आगामी चुनाव में वोट बहिष्कार की घोषणा कर दी. ग्रामीणों का कहना है कि सतीस्थान से बराज तक की सड़क वर्षों से कच्ची है. इस रास्ते से रोज़ाना हजारों लोग आवागमन करते हैं, लेकिन बरसात के दिनों में हालत इतनी खराब हो जाती है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. खेतों तक ट्रैक्टर या मशीनें नहीं पहुंच पातीं, जिससे खेती-बाड़ी, सिंचाई और बच्चों की पढ़ाई तक पर असर पड़ता है.
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गांव के ग्रामीण अभिषेक पटेल उर्फ बोस्टन, विजय प्रसाद, प्रिंस राज पटेल, अजय कुमार, अमरजीत कुमार, मिथिलेश पासवान, दया मुनिदेवी, सखो देवी, माया देवी, कविता देवी, सुधीर कुमार, शिशुपाल प्रसाद, हर्ष राज, चंचल पासवान और राजन शर्मा ने आरोप लगाया कि हमने कई बार स्थानीय विधायक और सांसद को लिखित आवेदन दिया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. चुनाव के बाद नेता गांव में लौटकर नहीं आए.
ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक सड़क का पक्कीकरण और पुल निर्माण नहीं किया जाएगा, तब तक गांव के लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे. लोगों का कहना है कि सड़क बनने से रामसंग डिहरा और बनवारीपुर मोरा के बीच कनेक्टिविटी सुधरेगी और बच्चों को स्कूल जाने में भी सुविधा होगी.
वीरेंद्र कुमार, नालंदा.