लगता है राजनीति भी कभी-कभी “घर वापसी” करती है. पूर्व सांसद अरुण कुमार मंगलवार को जदयू में शामिल होकर अपने ‘पुराने घर‘ में लौट आए. बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं की बरसात कर उनका स्वागत किया. और हाँ, उनके साथ उनके छोटे ‘सिपाही‘ ऋतुराज भी मौजूद थे.
Bihar Election : मैथिली ठाकुर बीजेपी में शामिल… क्या अलीनगर से लड़ेंगी चुनाव?
अरुण कुमार ने मीडिया से कहा, “थोड़े समय के लिए बाहर गया था, अब घर वापस आया हूं. जिम्मेदारी बढ़ गई है और अब नकारात्मक ऊर्जा को घर में नहीं आने दूंगा.” यानी साफ-साफ — घर में नीलामी बंद, ईमानदारी शुरू.
Bihar Election : छठी बार मैदान में स्वीटी सिंह: क्या BJP तोड़ पाएगी किशनगंज का परंपरागत समीकरण?
अपने पुत्र की राजनीति में एंट्री पर बोले, “कर्पूरी ठाकुर का जमाना नहीं है, अब हर किसी को पीछे एक सिपाही चाहिए.” समझदारी की बात है, बेटे को राजनीति में भेजना ताकि परिवार का सिपाही तैयार रहे.
Bihar Election : वैशाली की महनार सीट पर खींचतान: JDU ने चिराग को पीछे धकेला, उमेश कुशवाहा को उतारा!
लालू यादव पर भी उनका कटाक्ष — “जब मैं सत्ता में था, किसी परिवार को हवाई टिकट नहीं मिला, जबकि लालू जी ने पूरे परिवार को टिकट दे दिया.” नीतीश कुमार की नाराजगी पर बोले, “कुछ सीटों को लेकर दिक्कतें हैं, मिल बैठकर सुलझा लेंगे.”
Bihar Election : महागठबंधन में दरार? RJD ने कई उम्मीदवारों से सिंबल वापस लिया!
और चुनाव लड़ने की शर्त पर बोले, “घोसी से लड़ना या न लड़ना पार्टी तय करेगी, मैं जो जिम्मेदारी दूंगी, उसे ईमानदारी से निभाऊंगा.”
महागठबंधन ‘गठबंधन लठबंधन’ है, एनडीए में सहमति बन चुकी है. घर वापसी और गठबंधन की राजनीति, दोनों ही रोमांचक हैं!