छपरा : में 2 दिन पहले डॉक्टर सजल कुमार के अपहरण के असफल प्रयास का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में अब तक 7 लोगों की संलिप्तता सामने आई है, जिनमे 6 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता दो सजल कुमार के साथ काम करने वाला डॉक्टर शिवनारायण ही निकला।
सारण के एसएसपी डॉक्टर कुमार आशीष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हाल ही में डॉक्टर सजल कुमार ने जमीन का एक बड़ा भूखंड खरीदा था। इसी को लेकर डॉक्टर सजल और डॉक्टर शिवरीनारायण के बीच विवाद चल रहा था। डॉक्टर शिवनारायण उसे जमीन में अपना हिस्सा मांग रहा था। अनबन पड़ने पर उसने डॉक्टर सजल को मालदार समझते हुए उनके अपहरण और फिरौती की साजिश रच डाली।

जमीन विवाद बना अपहरण की वजह, एक करोड़ की फिरौती की थी तैयारी
एसएसपी के अनुसार, डॉक्टर शिवनारायण ने कुछ अपराधियों को सुपारी देकर डॉक्टर सजल कुमार के अपहरण की योजना बनाई थी। योजना के तहत करीब एक करोड रुपए की फिरौती मांगे जाने की तैयारी थी, हालांकि पूरी रकम की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।
अपहरण के प्रयास के दौरान डॉक्टर सजल कुमार सूझबूझ दिखाते हुए चलती गाड़ी से कूद कर फरार हो गए। इसके बाद अपहरणकर्ताओं की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिससे उनकी योजना नाकाम हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-1 एएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया।
पुलिस पर फायरिंग, जवाबी कार्यवाही में दो आरोपी घायल
जांच के दौरान पुलिस ने गोलू कुमार और रंजन राय को गिरफ्तार किया। हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस पीएन कॉलेज के पीछे पहुंची, तो आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्यवाही करते हुए दोनों आरोपियों के पैर में गोली मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल दोनों अस्पताल में भर्ती हैं।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता डॉक्टर शिवनारायण (निवासी ईस्ट बोरिंग कैनाल रोड, थाना बुद्धा कॉलोनी, पटना) सहित मोंटी भारती, गोलू कुमार, धीरज गिरी, रंजन राय और सोनू राय को चिह्नित किया है। इनमें से मोंटी भारती फरार है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो देसी कट्टा, एक देशी पिस्तौल, पांच खोखा, दो जिंदा कारतूस और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
इस कार्यवाही में नगर थाना अध्यक्ष संजीव कुमार, भगवान बाजार थाना अध्यक्ष सुभाष कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी और जिला सूचना इकाई की टीम शामिल रही। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
यह भी पढ़ें – हजारों करोड़ की जीएसटी चोरी का खुलासा, ई-वे बिल बनाने वाले मास्टरमाइंड पंजाब से गिरफ्तार


























