दरभंगा : बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के दौरान दरभंगा सदर विधानसभा से एक बड़ा चुनावी विवाद सामने आया है. यहां 655 लोगों के नाम मतदाता सूची में दो या उससे अधिक बूथों पर दर्ज पाए गए हैं. यह खुलासा भारतीय जनता पार्टी के बीएलए-1 ललन कुमार ने किया है, जिन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को एक विस्तृत सूची सौंपते हुए तत्काल जांच की मांग की है.
Politics : ये कैसी चुनावी ईमानदारी?
ललन कुमार का कहना है कि यह मामला चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सीधा सवाल खड़ा करता है. आरोप है कि इस सूची में शामिल सभी लोग एक खास समुदाय से जुड़े हैं. कुछ मामलों में एक ही व्यक्ति का नाम तीन-तीन जगहों पर भी दर्ज मिला है, जिससे वोट चोरी और फर्जी मतदान की आशंका गहरी हो गई है.
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उदाहरण के तौर पर, मोहम्मद मुन्ना नामक मतदाता का नाम प्लस टू मुकुंद चौधरी उच्च विद्यालय के भाग संख्या 116 में 55 साल की उम्र के साथ दर्ज है, जबकि प्राथमिक विद्यालय नरकटिया के भाग संख्या 256 में उनका नाम अलग EPIC नंबर और 60 साल की उम्र के साथ दर्ज मिला. इसी तरह मोहम्मद रहमतुल्लाह और शबनम प्रवीण जैसे कई नाम भी दो जगहों पर दर्ज पाए गए.
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सूत्रों के मुताबिक, इस तरह की दोहरी प्रविष्टि केवल दरभंगा तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार के अन्य जिलों में भी ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं. चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों के नतीजों पर इसका असर पड़ सकता है.
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स्थानीय स्तर पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि यह गड़बड़ी प्रशासनिक लापरवाही है या जानबूझकर रचा गया चुनावी खेल. फिलहाल, जिला निर्वाचन अधिकारी के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है, और अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं.
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