लोकेशन – औरंगाबाद I रिपोर्ट – गणेश कुमार .
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की पटना से आई टीम ने मंगलवार को ओबरा अंचल कार्यालय में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा. टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक विकास श्रीवास्तव ने किया.
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मानिकपुर गांव निवासी उदय कुमार ने निगरानी ब्यूरो के पटना कार्यालय में शिकायत की थी कि प्रमोद कुमार दाखिल खारिज के नाम पर रिश्वत मांग रहा है. शिकायत के आधार पर निगरानी थाना में प्राथमिकी संख्या 60/2025 दर्ज की गई. शिकायत की जांच की जिम्मेदारी पुलिस अवर निरीक्षक राहुल कुमार को दी गई. उन्होंने ओबरा जाकर जांच की. शिकायत सही पाई गई. इसके बाद छह सदस्यीय टीम गठित की गई. टीम मंगलवार सुबह पटना से रवाना हुई.
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तय योजना के अनुसार शिकायतकर्ता उदय कुमार 20 हजार रुपए लेकर प्रमोद कुमार के कक्ष में पहुंचे. प्रमोद ने अपना जूट का लंच बैग आगे किया और कहा कि रकम खाली लंच बॉक्स में रख दें, काम हो जाएगा. उदय कुमार ने पैसे लंच बॉक्स में रख दिए और बाहर निकलकर निगरानी टीम को इशारा किया. टीम तुरंत कक्ष में घुसी और प्रमोद कुमार को रंगेहाथ पकड़ लिया. गिरफ्तारी के बाद टीम उसे औरंगाबाद सर्किट हाउस लाई. यहां कागजी कार्रवाई पूरी की गई.
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शिकायतकर्ता उदय कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन के दाखिल खारिज के लिए परिमार्जन प्लस पोर्टल पर आवेदन किया था. छह महीने से काम लंबित था. प्रमोद कुमार ने 1.70 लाख की रिश्वत मांगी. कहा गया कि एक बार में पूरी रकम देने पर दो दिन में काम हो जाएगा. किश्तों में देने पर काम धीरे-धीरे होगा. इसमें से 1.50 लाख अंचल अधिकारी को और 20 हजार प्रमोद कुमार को देने की बात कही गई. उदय कुमार ने किश्त में रकम देने की बात मानी और पटना जाकर निगरानी से संपर्क किया. इसके बाद कार्रवाई की गई.
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गिरफ्तारी के बाद निगरानी टीम प्रमोद कुमार को पटना ले गई. बुधवार को उसे निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. टीम में विकास श्रीवास्तव, योगेंद्र कुमार, कुंदन कुमार, राहुल कुमार, सुमित कुमार और सुजीत कुमार शामिल रहे.
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