Advertisement

Cricket चमत्कार: ऐसा स्पिनर, जो दोनों हाथों से विकेट लेता है

Cricket info, Cricket Facts, Records: क्रिकेट के मैदान पर नए-नए चमत्कार रोज़ देखने को मिलते हैं, लेकिन जब कोई गेंदबाज़ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करके विकेट निकाल ले — तो वाकई में क्रिकेट की किताब में एक नया अध्याय जुड़ जाता है. हम बात कर रहे हैं श्रीलंका के थरिंदु रत्नायके(Sri Lankan Tharindu Rathnayake) की, जिन्होंने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला और ऐसा कारनामा कर दिया, जिसे देखकर हर क्रिकेट प्रेमी हैरान रह गया.

Cricket Info: Mankading: जब ‘नियम’ बन जाता है विवाद का कारण

क्या किया रत्नायके (Sri Lankan Tharindu Rathnayake) ने?

श्रीलंका के स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच में थरिंदु रत्नायके ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली ही पारी में 3 विकेट झटके — लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये रही कि ये विकेट उन्होंने दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करते हुए लिए.

  • उन्होंने पहले शादमान इस्लाम और मोमिनुल हक़ को Right Hand(ऑफ स्पिन) से आउट किया.
  • फिर जब उनके सामने लिटन दास बल्लेबाज़ी करने आए तो रत्नायके ने अपना Bowling arm बदल कर Left arm स्पिन डालते हुए उन्हें भी चलता कर दिया. यानि कि एक ही टेस्ट मैच की एक ही पारी में एक गेंदबाज़ ने दो अलग-अलग हाथों से तीन विकेट लिए — और ये सिर्फ अनोखा ही नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ.
  • Explainer: क्रिकेट की पिच हमेशा 22 गज ही क्यों होती है?

दोनों हाथों से गेंदबाज़ी?

आप सोच रहे होंगे, क्या क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी Bowler ने दोनों हाथों से गेंदबाज़ी की— शायद नहीं.

  • पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद जो कि Right Hand bowler थे, उन्होंने 1958 में एक बार Left Hand से बॉलिंग की थी, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.
  • इंग्लैंड के ग्रैहम गूच जो कि Right Hand batsman और bowler थे उन्होंने 1982 में भारत के खिलाफ एक ड्रॉ टेस्ट के अंत में left hand से बॉल डाली थी — वो भी मस्ती-मजाक के मूड में.
  • श्रीलंका के ही कमिंदु मेंडिस भी दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करते हैं, लेकिन टेस्ट में उनके सभी विकेट दाएं हाथ से ही आए हैं.
    इसलिए थरिंदु रत्नायके का ये करिश्मा टेस्ट क्रिकेट मे पहली बार हुआ है, जब किसी खिलाड़ी ने दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करते हुए विकेट हासिल किए.

क्रिकेट में हर कुछ सालों में कोई न कोई खिलाड़ी आता है जो गेम को एक नए ढंग से खेलने लगता है. थरिंदु रत्नायके शायद ऐसे ही किसी नए युग की शुरुआत करने वाले हैं — जहां गेंदबाज़ सिर्फ एक हाथ तक सीमित नहीं रहेगा.

किस्सा: एक Cricket Match में तीन टीम क्यों और कैसे खेलीं?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *