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27000 करोड़ की डील डेंजर में, जियो–हॉटस्टार ने ICC को दिया बड़ा झटका!

मुकेश अंबानी के डिजिटल प्लेटफॉर्म जियो–हॉटस्टार और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को देश में 2026 में होने वाले ICC पुरुष T20 विश्व कप से पहले एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. ICC के बीच हुई करीब 27,000 करोड़ रुपये की डील अब संकट में दिखाई दे रही है.

क्या है पूरा मामला?
2024 में जियो–हॉटस्टार ने ICC के टूर्नामेंट्स के डिजिटल और टीवी प्रसारण अधिकारों के लिए एक बड़ी बोली लगाते हुए बाजार में तहलका मचा दिया था. माना जा रहा था कि यह अब तक की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स मीडिया डील्स में से एक होगी, लेकिन हाल ही में बातचीत में खटास आने की खबरें तेज हो गई हैं.

क्यों फंसी डील?

स्ट्रीमिंग रेवेन्यू का विवाद
OTT प्लेटफॉर्म्स पर मैचों के फ्री या पेड मॉडल को लेकर ICC और जियो की राय में बड़ा अंतर बताया जा रहा है.

विज्ञापन और ब्रॉडकास्ट राइट्स की शर्तें
दोनों पक्ष मॉनेटाइजेशन स्ट्रक्चर पर एकमत नहीं हो पाए हैं, ICC प्रीमियम राइट्स को लेकर सख्त है, जबकि जियो अपनी तरफ से बेहतर कंडीशंस चाहता है.

टेक्निकल और डिलीवरी कॉस्ट बढ़ने का दबाव
हाई-कैपेसिटी स्ट्रीमिंग, 4K ब्रॉडकास्ट और ग्लोबल राइट्स से जुड़े खर्च का बोझ डील को भारी बना रहा है.

    क्या फैंस पर पड़ेगा असर?
    अगर यह डील आगे नहीं बढ़ती है, तो भारत में फैंस को कई ICC टूर्नामेंट्स फ्री स्ट्रीमिंग के बजाय पेड मॉडल में देखने पड़ सकते हैं, भविष्य में क्रिकेट मैचों के प्रसारण अधिकार किसी दूसरी कंपनी के पास जा सकते हैं, स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टिंग मार्केट में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

    ICC की प्रतिक्रिया?
    ICC इससे पहले भी प्रसारण अधिकारों को लेकर कई कंपनियों के साथ बातचीत कर चुका है, लेकिन इतनी बड़ी रकम वाली डील पर जोखिम लेना उसके लिए चुनौती है, इसलिए संगठन जल्द समाधान की उम्मीद में है.

    जियो–हॉटस्टार की रणनीति क्या?
    जियो ने हाल के वर्षों में फ्री स्ट्रीमिंग का मॉडल अपनाकर करोड़ों यूजर्स को जोड़ने में सफलता पाई है, कंपनी चाहती है कि यह मॉडल बड़े टूर्नामेंट्स में भी सफल हो, लेकिन ICC इससे सहमत नहीं बताया जा रहा.

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